राकेश पाण्डेय
अयोध्या: रामनगरी अयोध्या अब सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि यह विकास और संस्कृति का अनोखा मेल बन चुकी है। इस बार नौवें दीपोत्सव में योगी सरकार की भव्य योजनाएं दीपों की तरह जगमगाएंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या को विश्व स्तरीय तीर्थ और पर्यटन स्थल बनाने के लिए कई शानदार परियोजनाओं को हकीकत में बदला है।
राम की पैड़ी का नया सौंदर्य, सरयू नदी के घाटों का जीर्णोद्धार और आधुनिक पर्यटन सुविधाएं अयोध्या की प्राचीनता को नया जीवन दे रही हैं। ये योजनाएं न सिर्फ श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव दे रही हैं, बल्कि अयोध्या को विश्व पटल पर चमका रही हैं।
राम की पैड़ी पर दिखेगा श्रद्धा और सौंदर्य का संगमदीपोत्सव जैसे विश्व प्रसिद्ध आयोजन में अब राम की पैड़ी पर बैठना पहले से कहीं ज्यादा आरामदायक और आकर्षक होगा। योगी सरकार ने 2023-24 में 2324.55 लाख रुपये की लागत से यहां 350 मीटर लंबी सीढ़ियां और दर्शक दीर्घा बनवाई है, जहां 18,000 से 20,000 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी की पत्थर की भव्य मूर्तियों वाला सेल्फी पॉइंट श्रद्धालुओं के लिए खास आकर्षण बन गया है। आधुनिक लाइटिंग, बाउंड्री वॉल और अन्य सुविधाओं ने राम की पैड़ी को विश्वस्तरीय रूप दिया है।
आठ एम्फीथिएटर और छतरियां बढ़ाएंगी रौनकवित्तीय वर्ष 2024-25 में 2367.61 लाख रुपये की लागत से राम की पैड़ी को और भव्य बनाया जा रहा है। यहां आठ छोटे एम्फीथिएटर बन रहे हैं, जो दर्शकों को आरामदायक बैठने की जगह देंगे। इसके अलावा छह पत्थर की छतरियां, आठ भव्य दीपक और सात मीटर ऊंचे पत्थर के स्तंभ इस घाट की शोभा बढ़ाएंगे। आधुनिक प्रकाश व्यवस्था और सौंदर्यीकरण के साथ यह स्थान परंपरा और आधुनिकता का शानदार मेल बन जाएगा। यह विश्वभर के श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव होगा।
सरयू घाट: भक्ति और पर्यटन का नया केंद्रअयोध्या की आत्मा कहलाने वाली सरयू नदी के तट को भी नया रूप मिल रहा है। लगभग 2.5 किलोमीटर लंबे घाटों के सौंदर्यीकरण पर 2346.11 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस परियोजना में 32 पत्थर की छतरियां, 11 विशाल स्तंभ, चार पूजा स्थल, दो गौ-पूजा स्थल, 15 दिशा सूचक, 60 इंटरप्रिटेशन वॉल और एक वीआईपी पवेलियन बनाए जा रहे हैं। आधुनिक रोशनी और स्वच्छता के साथ सरयू घाट अब आध्यात्मिक पर्यटन का नया ठिकाना बनेगा। सरयू आरती का नजारा अब और भी भव्य और मनमोहक होगा।
सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीकयूपीपीसीएल के परियोजना प्रबंधक मनोज शर्मा ने बताया कि योगी सरकार के नेतृत्व में अयोध्या में हो रहे विकास कार्य सिर्फ निर्माण तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक हैं। राम की पैड़ी और सरयू घाटों का सौंदर्यीकरण धार्मिक माहौल को समृद्ध कर रहा है और पर्यटन को नई दिशा दे रहा है। हमारा लक्ष्य है कि ये परियोजनाएं समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरी हों, ताकि श्रद्धालु और पर्यटक अयोध्या की भव्यता और दिव्यता का अनुभव कर सकें।
अयोध्या: विश्व की आध्यात्मिक राजधानीजिलाधिकारी निखिल टीकाराम ने कहा कि सभी निर्माण कार्य यूपीपीसीएल के माध्यम से किए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं ने अयोध्या को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दी है। राम की पैड़ी और सरयू घाटों का सौंदर्यीकरण हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के साथ-साथ श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुखद माहौल दे रहा है। इन विकास कार्यों से न सिर्फ अयोध्या की वैश्विक पहचान मजबूत हुई है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को भी नई रफ्तार मिली है।
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