बलरामपुर, 22 सितंबर (Udaipur Kiran) . Uttar Pradesh सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मिशन शक्ति के पांच वर्ष पूरे होने पर इसका असर अब गांव-गांव में दिखने लगा हैं. इसी क्रम में बलरामपुर जनपद की नेपाल सीमा क्षेत्र के मोहकमपुर गांव में शिक्षामित्र लक्ष्मी देवी थारू महिलाओं को स्वावलंबन की राह दिखा रही हैं.
लक्ष्मी देवी नेपाल से विशेष तौर पर मूंज (जंगली घास) से क्राफ्ट बनाने की कला को लेकर महिलाओं को प्रेरित कर रही हैं. उनकी देखरेख में तकरीबन 10 थारू महिलाएं मूंज की रोजाना डलिया, मोबाइल स्टैंड, रोटी केस, पूजा की थाली और अन्य सजावटी सामान बनाना सीख रही हैं. इससे न केवल महिलाएं स्वरोज़गार की दिशा में आगे बढ़ रही हैं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “लोकल फॉर वोकल” अभियान को भी गति मिल रही है.
लक्ष्मी देवी ने इस संबंध में बताया कि मोहकमपुर के अलावा बेतहनिया और सगरापुर गांवों की महिलाओं को भी क्राफ्ट डिज़ायनिंग, सिलाई-कढ़ाई और हस्तशिल्प की नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जा रही है. यह प्रशिक्षण मोहकमपुर पंचायत भवन में प्रतिदिन नि:शुल्क चल रहा है.
उनका कहना है कि मिशन शक्ति से प्रेरित होकर थारू क्षेत्र की महिलाएं अब आत्मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ा रही हैं. प्रशिक्षण पूरा करने के बाद तैयार उत्पादों को बाजार में बेचा जाएगा, जिससे महिलाओं को आर्थिक मजबूती और सामाजिक पहचान मिलेगी.
स्थानीय महिलाओं का मानना है कि इस तरह की पहल से घर की चारदीवारी तक सीमित रहने वाली महिलाएं अब बाहर निकलकर समाज में अपनी अलग पहचान बना रही हैं. मिशन शक्ति का यह प्रयास महिला सशक्तिकरण और स्वालंबन की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहा है.
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(Udaipur Kiran) / प्रभाकर कसौधन
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