रामगढ़, 27 अप्रैल . झारखंड से बिहार तक शराब की तस्करी अलग-अलग तरीके से होती रही है. इस बार रामगढ़ पुलिस ने एक ऐसे शराब तस्कर गिरोह को पकड़ा है, जो स्कॉर्पियो और वैगन-आर जैसी गाड़ियों से अवैध कारोबार कर रहा था. रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस अवैध कारोबार की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि तीन शराब तस्करों को गिरफ्तार भी किया गया है. साथ ही स्कॉर्पियो और वैगन-आर कार जब्त की गई है. एसपी ने बताया कि रविवार को उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि सफेद रंग की स्कॉर्पियो से नकली शराब हजारीबाग होते हुए बिहार के हाजीपुर और वैशाली जिला में ले जाया जा रहा है. इस सूचना के तत्काल बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर पड़ने वाले सभी थाना और ओप प्रभारी को विशेष जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया.
कुजू नया मोड़ पर पकड़ा गया स्कॉर्पियो
मांडू इंस्पेक्टर सुरेश लिंडा के नेतृत्व में कुजू ओपी प्रभारी मो नौशाद ने नया मोड़ के सामने एक सफेद रंग के स्कॉर्पियो (बीआर 06 पी 2663) को रुकने का इशारा किया . लेकिन चालक पुलिस बल को देखकर तेजी से भागने लगा. पुलिस ने पीछा कर उस स्कॉर्पियो को पकड़ा. पूछताछ के दौरान स्कॉर्पियो ड्राइवर ने अपना नाम मो इस्लाम उर्फ राजा बताया. वह बिहार राज्य के वैशाली जिला अंतर्गत मुजफ्फरपुर का रहने वाला है. वाहन की तलाशी ली गई तो उसमें 25 पेटी रॉयल चैलेंज शराब बरामद की गई. हर पेटी में 750 एमएल की 12 बोतलें थी. कुल 300 बोतल अवैध शराब
किया गया.
चालक ने बताया वैगन-आर कार में भी मिलेगी शराब
स्कॉर्पियो ड्राइवर इस्लाम उर्फ राजा से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने वैगन-आर कार के बारे में भी जानकारी दी. उसने बताया कि उसके पीछे से बीआर (06 बीए 0716) वैगन आर कार भी आ रही है. जिसमें संजीव कुमार सिंह और अभिषेक कुमार मौजूद हैं. उन लोगों के
जरिये भी नकली शराब की तस्करी की जा रही है. वाहन जांच के दौरान कुछ देर में वह कार भी नया मोड़ पहुंच गई. पुलिस ने उसे भी रोका और दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार तस्करों में वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रतापटांड निवासी संजीव कुमार सिंह और अभिषेक कुमार शामिल थे. उसे गाड़ी से भी पुलिस को पांच पेटी रॉयल चैलेंज की बोतलें मिली. पुलिस ने कुल 60 बोतलें उस गाड़ी से बरामद की.
संजीव सिंह ही करता था तस्करी का धंधा
एसपी अजय कुमार ने बताया कि शराब तस्करी के अवैध कारोबार का मुख्य सरगना संजीव कुमार सिंह ही है. वह पहले भी कई बार शराब की तस्करी कर चुका है. उन्होंने यह भी बताया कि दो-तीन अलग-अलग गाड़ियों से उसकी टीम हाईवे पर निगरानी करती थी. आगे चलने वाली गाड़ी पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी और अन्य गाड़ियों पर निगाह रखती थी. अगर कहीं भी वाहन जांच अभियान चलाया जाता था तो वह पीछे वाली गाड़ी को सूचना देता था.
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/ अमितेश प्रकाश
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