धर्मशाला, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . कांगड़ा घाटी में पिछले दो दिनों से जारी बारिश ने जहां घाटी में ठंडक बढ़ा दी है, वहीं धौलाधार की पहाड़ियां बर्फ से लकदक हो गई हैं. धौलाधार पर बिछी बर्फ की सफेद चादर हर किसी को आकर्षित कर रही है. वहीं पर्यटन उद्यमियों का कहना है कि आगामी दिनों में बारिश न हुई तो पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और पर्यटन रफ्तार पकड़ेगा. वैसे ही ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी का कांगड़ा घाटी में पर्यटन क्षेत्र को लाभ मिलता रहा है. हालांकि कुछ पर्यटन उद्यमियों का कहना है बर्फ और नीचे आती तो बेहतर होता, लेकिन धौलाधार में जिस तरह से अक्टूबर माह में सफेद चादर बिछी है, इसका लाभ पर्यटन कारोबार में जरूर होगा.
बुजुर्गों का कहना है कि इस तरह की बर्फबारी पूर्व के वर्षों में अधिकतर दिसंबर माह में देखने को मिलती थी, ऐसे में यह कहना गलत न होगा कि जिस तरह इस वर्ष बरसात समय से पूर्व आई थी, उसी तरह बर्फबारी का दौर भी समय से पहले शुरू हो गया है, जो कि पर्यटन क्षेत्र के लिए अच्छा संकेत है. यदि धौलाधार पर गिरी बर्फ की चादर वीकंड तक टिकी रहती है तो निश्चित तौर पर पर्यटन आमद पिछले वीकंड के मुकाबले दो गुना होने की उम्मीद है.
उधर, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन स्मार्ट सिटी धर्मशाला के अध्यक्ष राहुल धीमान का कहना है कि अक्टूबर में धौलाधार पर बर्फबारी अच्छा संकेत है. बर्फबारी का पर्यटन को लाभ मिलता है, आगामी दिनों में बर्फ टिकी रहती है और बारिश न हो तो निश्चित तौर पर पर्यटक आमद बढ़ेगी.
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
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