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नरसिंहपुर : संत समागम में साधुओं ने किया सभी को सतर्क, कहा- देश को तोड़ने के लिए बहुत से कालनेमि घूम रहे

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नरसिंहपुर, 23 अगस्त (Udaipur Kiran) । देश को तोड़ने के लिए बहुत से कालनेमि घूम रहे हैं हिंदू संस्कृति एवं गौरव ग्रंथ को संरक्षित करने के लिए संतो को आश्रम से निकलकर समाज में जाना होगा। हमारा समाज से जीवंत संपर्क रहता है, इसलिए हमें समाज को वर्तमान परिस्थितियों से अवगत कराना होगा और हर परिवार को सनातन परंपरा से जोड़ना होगा जिससे हिंदू धर्म एवं संस्कृति का स्वाभिमान बढ़े । उक्‍त विचार मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के करेली में विश्व हिंदू परिषद भोपाल क्षेत्र के तीन दिवसीय युवा संत चिंतन वर्ग का शुभारंभ करते हुए जगदगुरु स्वामी नरसिंह देवाचार्य जी महाराज ने व्‍यक्‍त किए।

उन्‍होंने आगे कहा, समाज विरोधी लोग मुखर होने का प्रयास करते हैं धार्मिक ग्रंथों का अपमान , धर्मांतरण , गौ हत्या , बहन-बेटियों का हरण , एवं समाज को भयाक्रांत करने के लिए आतंकवाद चरम सीमा पर बढ़ता जा रहा है, जिसके लिए समाज में जागरण करने के लिए युवा संतो को आगे आना आवश्यक हो गया है । उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद ही ऐसी संस्था है जो कि समाज एवं राष्ट्र चिंतन के लिए प्रेरित करती है।

जगतगुरु स्वामी नरसिंह देवाचार्य ने कहा कि हमारे मठ मंदिर सरकारी करण से मुक्त होना चाहिए, जिससे संत चिंता मुक्त होकर अपनी पूरी शक्ति राष्ट्र उत्थान के लिए लगाए , विश्व हिंदू परिषद राष्ट्र जागरण का कार्य करता है और साधु संत धर्म का कार्य करते हैं, संस्कृति जागरण का कार्य करते हैं । इस तरह से दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं । उन्होंने संतों का आह्वान करते हुए कहा, हमारे आराध्य भी वन-वन में जाकर घर द्वार छोड़कर पूरे देश में भ्रमण कर वनवासी , गिरीवासी , भील , कोल , किरात को गले लगाने आगे आए हैं और इस तरह से समाज को जोड़ने का काम उन्‍होंने किया है। यही हम सभी संतों का भी कर्तव्य है।

वर्ग में मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रमुख युवा संत शामिल हुए, जहां श्रीराम दरबार एवं भारत माता के चित्र पट पर पूज्य संतों द्वारा दीप प्रज्वलित कर मंगलाचरण के साथ उद्घाटन सत्र का प्रारंभ हुआ l तत्पश्चात महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी महाराज ने विश्व हिंदू परिषद की स्थापना के विषय एवं उद्देश्य को सभी के बीच रखा। जिसमें बताया गया कि वि‍हिप की स्‍थापना के पीछे का उद्देश्य देश तथा विदेश में रहने वाले हिंदुओं को संगठित करना , मठ मंदिर एवं साधु संतों की सुरक्षा , गौ गंगा गीता की सुरक्षा , धर्मांतरण रोकना एवं धर्मांतरित हुए व्यक्तियों को पुनः हिंदू धर्म में वापस लाना सहित हिंदू मान बिंदुओं की रक्षा करना है । विश्व हिंदू परिषद द्वारा लाखों की संख्या में सेवा कार्य भी चल रहे हैं उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद पूज्य संतों के मार्गदर्शन में कार्य करता है। हमारा कार्य संगठनात्मक , रचनात्मक एवं आंदोलनात्मक है ।

चिंतन वर्ग में पूज्य संतों सहित विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री द्वय अशोक तिवारी एवं हरिशंकर मौजूद रहे । संचालन क्षेत्र धर्माचार्य संपर्क प्रमुख मुन्ना पांडे ने किया जबकि बैठक का समापन मंत्र एवं उद्घोष प्रांत धर्माचार्य संपर्क प्रमुख सागर गुप्ता द्वारा कराया गया । समापन पर पूर्व राज्यमंत्री जालम सिंह पटेल ने साधु संतों को भगवा गमछा पहना, तिलक लगाकर सम्मानित किया l

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(Udaipur Kiran) / भागीरथ तिवारी

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