कोलकाता, 21 सितंबर . भारतीय सेना ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में नाचो सर्कल के अंतर्गत ग्राम मोसिंग की खासियत साझा की है. ये गांव अपनी अद्भुत सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है.
पूर्वी कमान ने शनिवार को एक ट्वीट में बताया कि नाचो एक प्रमुख प्रशासनिक और राजस्व उप-विभाजन है, जो स्थानीय शासन और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह क्षेत्र टैगिन जनजाति का घर है, जिसे घासी मिरी जनजाति के नाम से भी जाना जाता है. टैगिन जनजाति हर साल जनवरी में सि-डोनयी उत्सव मनाती है, जो उनके नववर्ष का प्रतीक होता है.
यह त्योहार धरती (सि) और सूर्य (डोनयी) की पूजा का प्रतीक है, जो प्राचीन भारतीय परंपराओं से मेल खाता है, जहां प्रकृति और खगोलीय पिंडों की पूजा का उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है. इस उत्सव के दौरान स्थानीय पुजारी (नयीबू) ने बताया कि ‘ऊयू बेनम’ नामक खगोलीय मंत्रों का उच्चारण करते हैं, जिससे समुदाय में शांति और समृद्धि की प्रार्थना की जाती है. पूर्वी कमान ने इस समृद्ध संस्कृति और परंपरा को उजागर करते हुए तस्वीरें शेयर की हैं.
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/ ओम पराशर
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