रांची, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) के इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आइजीबीसी) ने रांची में 32वें चैप्टर का शुभारंभ रविवार को किया।
यह झारखंड का पहला चैप्टर है। आइजीबीसी रांची चैप्टर का चेयरमैन आर्किटेक्ट राजीव चड्ढा और को-चेयरमैन पंचरत्ना ग्रुप के निदेशक पीयूष मोर को बनाया गया है। रैडिसन ब्लू होटल में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने कहा कि आईजीबीसी रांची चैप्टर का शुभारंभ झारखंड के शहरी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राज्य तेजी से विकास कर रहा है और यह आवश्यक है कि हमारे शहर सतत, संसाधन-कुशल और जलवायु-लचीले हो। झारखंड सरकार एक ऐसी नीति और नियामक वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जो ग्रीन बिल्डिंग निर्माण को प्रोत्साहित करे, निर्माण सामग्री और तकनीकों में नवाचार को बढ़ावा दे और हमारे नागरिकों की भलाई को प्राथमिकता दे। हम कुछ सरकारी भवनों को ग्रीन सर्टिफिकेशन के तहत लाने के साथ-साथ छोटे प्रोजेक्ट्स और किफायती आवास योजनाओं को भी इस दायरे में शामिल करेंगे।
आईजीबीसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सी शेखर रेड्डी ने कहा कि रांची चैप्टर का गठन आईजीबीसी के राष्ट्रव्यापी हरित और नेट-जीरो भवन अभियान में एक और मील का पत्थर है। झारखंड के रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और सतत निर्माण न केवल पर्यावरणीय आवश्यकता है बल्कि एक रणनीतिक अवसर भी है।
आईजीबीसी रांची चैप्टर के चेयरमैन राजीव चड्ढा ने कहा कि यह चैप्टर रांची और झारखंड के लिए परिवर्तनकारी यात्रा की नींव है। हमारा उद्देश्य है कि ग्रीन बिल्डिंग को सामान्य प्रथा बनाया जाए और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ, टिकाऊ और समृद्ध भविष्य तैयार किया जाए।
को-चेयरमैन पीयूष मोरे ने कहा कि ग्रीन बिल्डिंग का मतलब कम संसाधन खर्च कर अधिक मूल्य सृजित करना है। आईजीबीसी रांची चैप्टर एक सपोर्ट सिस्टम और नवाचार केंद्र की भूमिका निभाएगा, जो डेवलपर्स, आर्किटेक्ट्स और सभी साझेदारों को इस हरित बदलाव की यात्रा में मार्गदर्शन देगा।
कार्यक्रम में क्रेडाई के अध्यक्ष कुमुद झा, सीआइआइ झारखंड के सदस्य संजय मोहन श्रीवास्तव, सीआइआइ आइजीबीसी के एम आनंद ने विचार रखा। वहीं, पैनल चर्चा पैनल चर्चा में लोकल आकांक्षाएं और झारखंड के हरित भविष्य की राह विषय पर जेरेडा, क्रेडाई झारखंड, आईआईए झारखंड और बीआईटी मेसरा के विशेषज्ञों ने भाग लिया।
तकनीकी सत्र में ग्रीन बिल्डिंग मैटेरियल्स, टेक्नोलॉजी और सॉल्यूशंस विषय पर सेंट गोबेन, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट और एसीएस ग्रीन कंसल्टिंग के विशेषज्ञों ने ऊर्जा-कुशल ग्लेज़िंग, ग्रीन स्टील, लो-कार्बन सीमेंट और आईजीबीसी सर्टिफिकेशन पर प्रेजेंटेशन दिया।
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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak
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