स्पोर्टस स्कूल राई ने सेना को दिए बड़े अधिकारी
करियर के विकल्पों बारे दी गई जानकारी
रोहतक, 2 मई . भारतीय सेना जीवन में बेजोड़ गुणवता वाला एक महान पेशा है जो व्यक्तिगत विकास के साथ राष्ट्र सेवा का अवसर प्रदान करता है. हरियाणा राज्य तथा खासकर मोतीलाल नेहरु स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स राई, सोनीपत ने भारतीय सेना को कई महान तथा सीनियर ऑफिसर प्रदान किये हैं. इसी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए एम एन एस एस राई जो कि अपने प्रकार का भारत में एकमात्र प्रमुख संस्थान है, में दाे मई को सेना भर्ती क्षेत्र, अम्बाला द्वारा प्रेरणा प्रसार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की अगुवाई मेजर जनरल केपी सिंह, विशिष्ट सेवा मैडल, सेना भर्ती क्षेत्र अम्बाला के अतिरिक्त महानिदेशक ने की जो खुद 1978 से 1984 तक एम एन एस एस राई के पूर्व छात्र हैं. चार दशकों के बाद अपनी जड़ों की ओर वापस जाने वाले जनरल ऑफिसर के लिए यह एक अविस्मर्णीय क्षण था जहाँ से उन्हें जीवन के मूल्यों का ज्ञान प्राप्त हुआ तथा जिसकी वजह से वे आज भारतीय सेना में इतने वरिष्ठ पद पर स्थापित हैं.
कर्नल पुश्विंदर कौर, भर्ती निदेशक, सेना भर्ती कार्यालय, शिमला ने स्कूल के छात्रों के साथ 12वीं कक्षा के बाद एक अधिकारी के रूप में पोस्ट ग्रेजुएशन तक और यहाँ तक कि डॉक्टर, इंजिनियर, वकील तथा शिक्षक के रूप में भारतीय सेना में शामिल होने के कई तरीकों पर विचार विमर्श किया. उन्होंने खास तौर पे युवतियों को भारतीय सेना में अधिकारी बनने के विभिन्न विकल्पों के बारे में भी जानकारी दी. मेजर जनरल केपी सिंह, विशिष्ट सेवा मैडल ने एम एन एस एस राई के छात्रों को अपने निजी जीवन के उदाहरणों से प्रेरित किया तथा भारतीय सेना जैसे अमूल्य प्रोफेशन के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने स्कूल में बनाई गई शिक्षा तथा खेल कूद सुविधाओं की सराहना की.
एमएनएसएस राई के प्रिंसिपल, श्रीमती मोशमी घोषाल ने छात्रों को प्रेरित करने और करियर के ऐसे शानदार विकल्पों के बारे में जानकारी देने के लिए मेजर जनरल केपी सिंह, विशिष्ट सेवा मैडल, कर्नल पुश्विंदर कौर, भर्ती निदेशक, सेना भर्ती कार्यालय, शिमला तथा कर्नल गौतम चौहान, भर्ती निदेशक, सेना भर्ती कार्यालय, रोहतक को धन्यवाद दिया तथा कहा कि वरिष्ट सेवारत सेना अधिकारियों द्वार इस तरह के दौरे और बातचीत से छात्रों को एक अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में सेवा करने के अपने जुनून को खोजने का अवसर मिलता है.
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/ अनिल
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