शिमला, 10 मई . हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के चिंतपूर्णी उपमंडल के अंतर्गत आने वाले बेहड़ भटेड़ ग्रामीण क्षेत्र में खेतों के पास खाली जगह शनिवार सुबह ग्रामीणों को मिसाइल के टुकड़े जैसा संदिग्ध मलबा दिखाई दिया. यह टुकड़ा पिरथीपुर-जोड़बड़ संपर्क मार्ग के मध्य खाली जगह गिरा पाया गया. इस आशंका के साथ कि यह टुकड़ा किसी मिसाइल का हिस्सा हो सकता है तो ग्रामीणों ने तत्काल स्थानीय चिंतपूर्णी पुलिस को सूचित किया.
स्थानीय लोगों के अनुसार यह टुकड़ा शुक्रवार की आधी रात के बाद गिरा और सुबह होते ही इसकी जानकारी आसपास के लोगों को लगी. गनीमत यह रही कि यह टुकड़ा एक खाली स्थान पर गिरा जिससे किसी प्रकार की जान-माल की हानि नहीं हुई. हालांकि इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है और लोग चिंतित हैं.
प्रारंभिक अटकलों में यह आशंका जताई जा रही है कि यह मलबा पाकिस्तान द्वारा दागी गई मिसाइल का हिस्सा हो सकता है जिसे भारत की एयर डिफेंस प्रणाली ने हवा में ही निष्क्रिय कर दिया होगा.
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंच गई हैं और इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. साथ ही मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है.
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है की शुक्रवार रात करीब डेढ़ बजे खेतों के पास तेज बिजली के साथ जोरदार धमाका हुआ जिससे सारे गांव वाले सेहम गए सुबह जब जाकर देखा तो वहां एक मिसाइल का टुकड़ा गिरा हुआ था.
वहीं एसपी ऊना राकेश सिंह ने बताया कि चिंतपूर्णी क्षेत्र में मिसाइल के अवशेष गिरने की सूचना मिली है. जिस पर डीएसपी अंब को इस बारे में घटनास्थल पर पुख्ता जानकारी देने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि पाकिस्तान के साथ जारी तनाव और सीमा क्षेत्रों में बढ़ी गतिविधियों के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है. विशेषकर ऊना जिला जो पंजाब की सीमा से सटा हुआ है को अत्यधिक संवेदनशील घोषित करते हुए पूरे जिले में हाईअलर्ट जारी किया गया है.
—————
/ उज्जवल शर्मा
You may also like
पीरियड के दर्द से लेकर शरीर की चर्बी खत्म करता है अदरक का पानी', पढ़ें इसके जादुई फायदे ˠ
Indo-Pak Sindoor Operation- बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने मीडिया चैनल्स को लताड़ा, जानिए वजह
पाकिस्तानी फाइटर जेट तबाह, पायलट पकड़ा गया, तस्वीर आई सामने..
Indo-Pak Sindoor Operation- पाकिस्तान से आजाद हुआ बलूचिस्तान, जानिए कैसे उठाया फायदा
ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था, केदारनाथ हेली सेवा निलंबित