उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार देर रात एक सस्पेंस और एक्शन से भरपूर मुठभेड़ देखने को मिली। यह मुठभेड़ आलमबाग इलाके में हुई, जहां पुलिस और लूट के आरोपियों के बीच गोलीबारी हुई। इस दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लगी और उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पहचान गौरव कनोजिया के रूप में हुई है। उसके पास से नकदी, अवैध हथियार और बाइक बरामद की गई है, जबकि उसका एक साथी मौका पाकर भागने में सफल हो गया।
कंडक्टर से लूट का मामला बना पुलिस कार्रवाई की वजहयह मुठभेड़ 22 मई को हुई एक लूट की घटना से जुड़ी है। उस दिन आलमबाग बस टर्मिनल के बाहर मेट्रो स्टेशन के नीचे रात करीब 12:15 बजे तीन बाइक सवार बदमाशों ने आजमगढ़ डिपो के संविदा कंडक्टर चमन कुमार से लूटपाट की थी। कंडक्टर से न केवल ₹15,800 की नकदी, बल्कि टिकट बुक, भार टिकट और ई-टिकट मशीन भी लूट ली गई थी। घटना के तुरंत बाद कंडक्टर ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी थी।
कैसे हुई मुठभेड़बुधवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि दो संदिग्ध बदमाश बाइक पर सवार होकर एसीपी कैंट दफ्तर के पास घूम रहे हैं। आलमबाग पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला और संदिग्धों को घेर लिया। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की। इसी दौरान एक बदमाश गौरव कनोजिया को पैर में गोली लगी और वह घायल होकर गिर पड़ा। उसे गिरफ्तार कर पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गिरफ्तार बदमाश से मिला सामानपुलिस ने गौरव के पास से:
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₹2,700 नगद
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एक तमंचा
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कारतूस
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और एक बाइक बरामद की है।
पुलिस का कहना है कि गौरव कंडक्टर से लूट के मामले में मुख्य आरोपी है। वह पहले से आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है। उसका साथी शुभम उर्फ शिवम अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी पहले हो चुकी हैइस लूट केस में पुलिस पहले ही एक अन्य आरोपी पीयूष वर्मा, निवासी नाका, को सोमवार को गिरफ्तार कर चुकी है। पीयूष ने पूछताछ में लूट की योजना और शामिल लोगों के नाम उजागर किए थे, जिसके आधार पर बाकी आरोपियों की धरपकड़ की कोशिश की जा रही थी।
पुलिस का कहना – जल्द होगा फरार आरोपी भी गिरफ्तारपुलिस अधिकारियों का कहना है कि फरार आरोपी को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर दिखाया कि कैसे अपराधी पुलिस से बच नहीं सकते, और कानून के हाथ बेहद लंबे होते हैं।
लखनऊ पुलिस की इस कार्रवाई की चर्चा पूरे शहर में हो रही है, और यह मुठभेड़ एक बार फिर यह साबित करती है कि अपराधियों के लिए यूपी में कोई जगह नहीं। जनता ने भी पुलिस की तत्परता की सराहना की है।
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