पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच रविवार की रात भी इन इलाकों में 'ब्लैकआउट' में गुजरी। हालांकि सोमवार सुबह से स्थिति सामान्य नजर आई और लोग आम दिनों की तरह अपने दैनिक कार्यों में व्यस्त नजर आए। क्षेत्र के प्रमुख शहरों और कस्बों में लोग सुबह चाय की दुकानों और दुकानों पर उमड़ पड़े और हमेशा की तरह बातचीत करते नजर आए।
"पिछली रात शांतिपूर्ण थी"
सीमावर्ती शहर जैसलमेर के निवासी जालम सिंह ने कहा, "स्थिति अब सामान्य हो गई है। कल रात शांतिपूर्ण रही।" रविवार रात बाड़मेर में 'ब्लैकआउट' के तुरंत बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी किया कि 'ड्रोन गतिविधि दर्ज की गई है।' लोगों से अपने घरों में रहने को कहा गया। हालांकि, कोई विस्फोट नहीं सुना गया और कुछ ही देर बाद जिला प्रशासन ने सेना द्वारा ड्रोन को मार गिराने संबंधी सोशल मीडिया पोस्ट का खंडन किया।
जैसलमेर, बीकानेर और बाड़मेर में ब्लैकआउट
सीमावर्ती जिलों में रविवार रात को 'ब्लैकआउट' का समय अलग-अलग जिलों में अलग-अलग था। जैसलमेर में शाम साढ़े सात बजे से सुबह छह बजे तक, बीकानेर में शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक, गंगानगर में शाम सात बजे से सूर्योदय तक तथा बाड़मेर में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक अंधेरा छाया रहा। जोधपुर में कोई ब्लैकआउट नहीं हुआ।
स्कूल और कॉलेज बंद
एहतियात के तौर पर सीमावर्ती क्षेत्रों में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर सोमवार को बंद रहेंगे। जयपुर में गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी जिलों में सभी इंतजाम किए गए हैं।"
You may also like
Pakistani Stars Erased From Bollywood: पाकिस्तानी सितारों पर भारत का बड़ा एक्शन, फिल्मों-शोज़ से चेहरा हटाने का आदेश जारी
बुमराह को टेस्ट कप्तान बनाया जाए: गावस्कर
वित्त वर्ष 2025 में भारत के प्रमुख बंदरगाहों में संभाला गया कार्गो रिकॉर्ड 855 मिलियन टन पहुंचा
2025 में देखने के लिए 6 रोमांचक बॉलीवुड पारिवारिक फिल्में
भारतीय सेना की मजबूत स्थिति के बावजूद केंद्र सरकार ने क्यों किया सीजफायर : मनीष सिसोदिया