नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। अमेरिकी सरकार के शटडाउन के बीच, बिटकॉइन की कीमतों में एक बार फिर से तेजी देखी जा रही है और कीमत 1,25,000 डॉलर के पार निकल गई है।
बिटकॉइन की कीमतों में बीते आठ सत्रों से बढ़त देखी जा रही है। इसकी वजह बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड में इनफ्लो आना है।
इससे पहले बिटकॉइन का उच्चतम स्तर 1,24,480 डॉलर था, जो कि अगस्त के मध्य में रिकॉर्ड किया गया है।
बिटकॉइन में तेजी की वजह अमेरिकी सरकार की ओर से क्रिप्टोकरेंसी समर्थित नीतियां, डॉलर का अन्य विदेशी मुद्राओं के खिलाफ कमजोर प्रदर्शन और अमेरिकी सरकार के शटडाउन के कारण अस्थिरता का बढ़ना है, जिससे अमेरिका में सरकारी कामकाज ठप हो गया है।
विश्लेषकों का कहना है कि यह तेजी का रुझान बिटकॉइन के हाफिंग इवेंट के बाद के प्रदर्शन के अनुरूप है। आमतौर पर, हाफिंग इवेंट को बिटकॉइन के लिए दीर्घकालिक मूल्य वृद्धि को गति देने वाले उत्प्रेरक के रूप में देखा जाता है, क्योंकि इसमें क्रिप्टोकरेंसी की वॉल्यूम में आधी कटौती की जाती है।
डिसइन्फो लैब के अनुसार, अमेरिका पाकिस्तान के साथ संबंध मजबूत कर रहा है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परिवार के वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल और पाकिस्तान में सैन्य-संबंधित फंडों से जुड़े एक क्रिप्टोकरेंसी समझौते पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
एक ब्रिटिश-पाकिस्तानी उद्यमी बिलाल बिन साकिब जो अब पाकिस्तान की हाल ही में बनाई गए क्रिप्टो काउंसिल (पीसीसी) के सीईओ और ब्लॉकचेन पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक के रूप में कार्यरत हैं, डब्ल्यूएलएफ के सलाहकार भी हैं, जिससे हितों के टकराव की चिंताएं बढ़ रही हैं।
जून 2025 में, पाकिस्तान ने ब्लॉकचेन इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करने और डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (डीईएफआई) को बढ़ावा देने के लिए ट्रंप समर्थित क्रिप्टो वेंचर वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल (डब्ल्यूएलएफ) और बिनेंस के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे।
----आईएएनएस
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