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राहुल गांधी पर तंज को लेकर सियासत तेज, ओडिशा के कांग्रेस प्रभारी ने भाजपा से पूछ डाले कई सवाल

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तुलना मीर जाफर से किए जाने पर सियासी बवाल तेज हो गया है। ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने इस बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश चाहता था कि तिरंगा पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में लहराया जाए, तब सरकार पीछे हट गई। उन्होंने सरकार पर सेना के शौर्य और पराक्रम पर सवाल उठाने का आरोप भी लगाया।

“सेना पर टिप्पणी करने से पहले अपना चरित्र देखें”

समाचार एजेंसी IANS से बातचीत में अजय कुमार लल्लू ने कहा: “जो सरकार अपने कर्तव्यों में असफल होती है, वही दूसरों पर दोष मढ़ती है। सेना के पराक्रम पर किसने सवाल उठाए? कर्नल सोफिया जैसी सेना की महिला अधिकारी का अपमान किसने किया? क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित मालवीय के पास इन सवालों का कोई जवाब है?” उन्होंने आगे कहा कि जब 1971 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए थे, तब पूरा देश एकजुट था। अब भी पूरा देश चाहता था कि PoK और बलूचिस्तान को लेकर सख्त कार्रवाई हो, लेकिन भारत ने सीजफायर कर लिया। “अमेरिका के दबाव में सीजफायर किया गया, व्यापार रोकने की धमकी दी गई और सरकार झुक गई। अब जब जवाब देने की बारी आती है, तो सेना के पराक्रम के नाम पर राजनीति होती है।”

राहुल गांधी की तुलना मीर जाफर से — “निंदनीय और ओछी राजनीति”

अजय लल्लू ने भाजपा की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है। “सेना के नाम पर राजनीति करना और विरोधी नेताओं को मीर जाफर बताना न केवल ओछी राजनीति है, बल्कि सेना के सम्मान के साथ खिलवाड़ भी है।”

पीएम मोदी के पाक दौरे पर भी उठाए सवाल

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा: “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवाज शरीफ का जन्मदिन मनाने पाकिस्तान जाते हैं। क्या उन्होंने किसी से पूछकर यह दौरा किया था? राहुल गांधी और खड़गे ने सर्वदलीय बैठक में सरकार को समर्थन देने की बात कही थी, तब खुद प्रधानमंत्री बैठक में क्यों नहीं आए?”

मध्यप्रदेश मंत्री और जयशंकर पर भी साधा निशाना

मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री कुंवर विजय शाह के मामले पर अजय लल्लू ने सवाल उठाया कि उन्हें अब तक बर्खास्त क्यों नहीं किया गया: “हाईकोर्ट हस्तक्षेप कर रहा है, सुप्रीम कोर्ट टिप्पणी कर चुका है, बावजूद इसके वह मंत्री पद पर डटे हुए हैं। किसका डर उन्हें बचा रहा है?” विदेश मंत्री एस. जयशंकर द्वारा पाकिस्तान पर हमले से पहले सूचना देने के दावे पर लल्लू ने तीखी प्रतिक्रिया दी: “अगर सूचना पहले ही लीक की गई, तो क्या यह सेना की सुरक्षा को खतरे में डालना नहीं है? जयशंकर ने ऐसा किसके कहने पर किया? क्या प्रधानमंत्री इस पर जवाब देंगे?”

निष्कर्ष

कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू के बयान ने भाजपा के सेना और राष्ट्रवाद को लेकर किए जा रहे दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस राष्ट्रहित में हमेशा खड़ी रही है, लेकिन भाजपा इसे राजनीति का साधन बना रही है। देश की सुरक्षा, सेना का सम्मान और राष्ट्रीय एकता जैसे मुद्दों पर अब बहस और तेज होने की संभावना है।

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