- 41 दिवसीय अढ़ाई कोसी परिक्रमा में देशभक्ति की भावना से सराबोर नजर आए श्रद्धालु
- सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना का माध्यम बन चुकी है अढ़ाई कोसी परिक्रमा : महंत चरणदास महाराज
(Bhiwani News) भिवानी। हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम और युवा जागृति एवं जनकल्याण मिशन ट्रस्ट द्वारा बालयोगी महंत चरणदास महाराज के नेतृत्व में शुरू की गई 41 दिवसीय अढ़ाई कोसी परिक्रमा रविवार को अपने 37वें दिन भी जारी रही। इस दिन का आयोजन भारतीय सेना को समर्पित किया गया। इस अवसर पर कई श्रद्धालुओं ने न केवल धार्मिक आस्था के साथ परिक्रमा की, बल्कि देशभक्ति की भावना से भी भरे हुए थे।
परिक्रमा के मार्ग पर जगह-जगह तिरंगे लहराए गए और भारतीय सेना के साहस को नमन किया गया। महंत चरणदास महाराज ने बताया कि वृंदावन, मथुरा, और बरसाना जैसी धार्मिक नगरी में निकाली जाने वाली कोसी परिक्रमा की तर्ज पर छोटी काशी में शुरू की गई अढ़ाई कोसी परिक्रमा में भी रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं और शहर के सभी 12 ऐतिहासिक दरवाजों सहित छोटी काशी के विभिन्न मंदिरों के बारे में जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
जय जवान और वंदे मातरम के नारों की गूंज
महंत चरणदास महाराज ने बताया कि भारतीय सेना द्वारा आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में यह यात्रा भारतीय सेना को समर्पित रही। इस दौरान परिक्रमा मार्ग पर जय जवान और वंदे मातरम के नारे गूंजते सुनाई दिए।
महंत चरणदास महाराज ने कहा कि यह परिक्रमा केवल धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना का एक माध्यम भी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि अढ़ाई कोसी परिक्रमा का यह पहलू दर्शाता है कि कैसे धार्मिक आस्थाएं देश प्रेम से जुड़कर एक नई मिसाल कायम कर सकती हैं। श्रद्धालुओं ने यह सिद्ध किया कि धर्म और देश सेवा एक साथ चल सकते हैं।
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