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स्तन कैंसर: स्तन कैंसर के 'इन' लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें, देर होने से पहले खुद को बचाएं

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देश भर में स्तन कैंसर के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। हालाँकि, इसके बावजूद, इस कैंसर के बारे में जागरूकता का अभाव अभी भी बना हुआ है। स्तन कैंसर का जल्द पता लगने से एक अनमोल जीवन बचाया जा सकता है। इस कैंसर के लक्षणों को जानकर महिलाओं को समय पर इलाज मिल सकता है और देर होने से पहले ही चिकित्सकीय सहायता मिल सकती है। अंकुरा हॉस्पिटल फॉर विमेन एंड चिल्ड्रन, पुणे की वरिष्ठ प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मधुलिका सिंह ने इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है।स्तन कैंसर सबसे आम हैस्तन कैंसर दुनिया भर में महिलाओं में होने वाले सबसे आम कैंसर में से एक है। जब स्तन में असामान्य कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं, तो एक गांठ बन जाती है और कैंसर शुरू हो जाता है। हालाँकि इसका सटीक कारण अज्ञात है, लेकिन उम्र, आनुवंशिकी, हार्मोनल परिवर्तन, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, मोटापा और विकिरण जोखिम जैसे कारक जोखिम को बढ़ा सकते हैं। सफल उपचार और रिकवरी में प्रारंभिक निदान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए शुरुआती लक्षणों को पहचानना बेहद ज़रूरी है।जागरूकता की कमी के कारण लक्षणों की अनदेखीमहिलाएं इस कैंसर के लक्षणों के बारे में ज़्यादा जागरूक नहीं होतीं और इसलिए इसे नज़रअंदाज़ कर देती हैं। महिलाओं को अपने स्तन स्वास्थ्य की ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए और किसी भी असामान्य बदलाव की तुरंत डॉक्टर को सूचना देनी चाहिए। अगर निदान में देरी हो, तो स्तन कैंसर आस-पास के लिम्फ नोड्स या शरीर के अन्य अंगों, जैसे फेफड़े, हड्डियों या लिवर में फैल सकता है। इससे थकान, तेज़ दर्द और यहाँ तक कि अवसाद जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। यह महिला के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, गंभीर अवस्था में, सर्जरी, कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी की भी ज़रूरत पड़ सकती है।यदि आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो इन्हें अनदेखा न करें।स्तन या बगल में गांठ: यह सबसे आम और शुरुआती लक्षण है और अक्सर दर्द रहित होता है, लेकिन हाथ से छूने पर महसूस हो सकता है। इसलिए, इस लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें।स्तन के आकार में बदलाव: अगर एक स्तन दूसरे की तुलना में बड़ा या असमान दिखता है, तो यह स्तन कैंसर हो सकता है। इसे बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें।निप्पल डिस्चार्ज: यदि किसी भी प्रकार का असामान्य डिस्चार्ज पाया जाए तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए।त्वचा में परिवर्तन: स्तन की त्वचा का लाल होना, दाने होना या संतरे के छिलके की तरह मोटा होना कैंसर का संकेत हो सकता है।उल्टे निप्पल: यदि निप्पल अंदर की ओर मुड़ने लगें या अलग दिखने लगें, तो यह किसी अंतर्निहित समस्या का संकेत हो सकता है।दर्द या सूजन: स्तन या बगल में लगातार दर्द या सूजन जो कम न हो, तो चिकित्सीय ध्यान देने की आवश्यकता होती है।महिलाओं को हर महीने नियमित रूप से स्तन परीक्षण स्वयं करना चाहिए और हर साल, खासकर चालीस वर्ष की आयु के बाद, नियमित रूप से चिकित्सकीय स्तन परीक्षण करवाना चाहिए। महिलाओं को हर साल स्तन परीक्षण करवाना चाहिए और उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी लक्षण दिखाई देने पर समय पर उपचार करवाना चाहिए।
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