बिहार में बेमौसम बारिश और आंधी का सिलसिला लगातार जारी है। गुरुवार को राज्य में इस साल का पहला रेड अलर्ट जारी किया गया, जिसके तहत कई जिलों में तेज गरज के साथ वज्रपात, बारिश और ओले गिरने की चेतावनी दी गई थी। शुक्रवार को भी मौसम विभाग ने भारी बारिश और तेज हवाओं के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि राज्य के अधिकांश हिस्सों में यह खराब मौसम अगले कुछ दिनों तक बना रहेगा।
किन जिलों में जारी हुआ अलर्ट?
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान 25 जिलों में तेज हवाओं (50–60 किमी/घंटा), वज्रपात और भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन जिलों में शामिल हैं:
पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, मधेपुरा, गोपालगंज, सिवान, सारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, सहरसा, खगड़िया, अररिया, जमुई और मुंगेर।
इसके अलावा 13 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। ये जिले हैं: गया, जहानाबाद, पटना, भोजपुर, अरवल, बक्सर, नवादा, शेखपुरा, कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, बेगूसराय और नालंदा।
आंधी-तूफान और बारिश से नुकसान
गुरुवार देर रात वैशाली, मुजफ्फरपुर और भागलपुर सहित कई जिलों में तेज हवाओं और बारिश ने व्यापक असर डाला। कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों में ओले गिरने से किसानों की फसल को भारी नुकसान पहुंचा।
कब मिलेगी राहत?
मौसम विभाग का अनुमान है कि 19 और 20 अप्रैल के बाद बारिश में थोड़ी कमी आ सकती है, लेकिन 21 और 22 अप्रैल को उत्तर-पूर्वी बिहार में हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रह सकता है।
23 अप्रैल से मौसम पूरी तरह साफ होने की संभावना है, जिसके बाद तापमान में तेजी से वृद्धि हो सकती है और गर्मी का असर बढ़ेगा।
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