नई दिल्ली: मंगोलपुरी में दिल्ली एनसीआर का सबसे बड़ा ट्रॉमा सेंटर लगभग बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन अब भी इलाज की सुविधा कोसो दूर नजर आ रही है। यहां न तो अब तक उपकरण इंस्टॉल किए गए हैं और न ही मैन पावर भर्ती की गई है। जिसकी वजह से ट्रॉमा सेंटर के आसपास रहने वाले लोगों के मन में केवल एक ही सवाल है कि इलाज की सुविधा कब मिलेगी? ट्रॉमा सेंटर का खाका तैयार जानकारी के मुताबिक, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में 362 बेड का ट्रॉमा सेंटर का खाका तैयार किया गया है। 2019 सितंबर में इसका शिलायान्स किया गया। इसके निर्माण का जिम्मा PWD को सौंपा गया। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर का निर्माण दो साल में पूरा करने का दावा किया गया था, लेकिन निर्धारित समय तक काम पूरा नहीं हो सका। इसके बाद 30 जून 2023 को कार्य पूर्ण करने की बात कही गई थी, फिर भी काम पूरा नहीं हुआ। इसके बाद फिर 30 सितंबर 2023 की तारीख दी गई। लेकिन उस दौरान भी काम पूरा नहीं हो सका। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारियों की ढुलमुल रवैये के चलते मरीजों को ट्रॉमा सेंटर का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि, इसके बाद सितंबर 2024 में PWD द्वारा बिल्डिंग सौंपने की बात कही गई थी, लेकिन अब भी PWD द्वारा ट्रॉमा सेंटर में रैंप बनाने का काम किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि बिल्डिंग का लगभग 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। उच्च अधिकारी ही तय करेंगे कि शुभारंभ कब किया जाएगा। हालांकि, सूत्रों का यह भी कहना है कि अभी इलाज की सुविधा मिलने में लंबा समय लगेगा। क्योंकि अब तक न तो उपकरण इंस्टॉल किए गए हैं और न ही डॉक्टर समेत अन्य मैन पावर की भर्ती की गई है। हाईटेक सुविधा के साथ बेहतर इलाजजानकारी के मुताबिक इस सेंटर में न्यूरो सर्जरी, कार्डियक सर्जरी, फेशियल सर्जरी के अलावा कई सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा 6 ऑपरेशन थिएटर बनाए जाएंगे। साथ ही MRI, CT स्कैन जैसी सारी आधुनिक जांच सुविधाएं उपलब्ध होंगी। सूत्रों का दावा है कि यहां इक्विपमेंट, बेड्स और अन्य सुविधाओं के लिए फाइल पर काम चल रहा है। अस्पताल में अभी केवल 8 बेड की ICU की सुविधा है, लेकिन ट्रॉमा सेंटर शुरू होने के बाद यहां 100 ICU बेड की संख्या और बढ़ जाएगी। लोग बेसब्री से कर रहे इंतजारट्रॉमा सेंटर की शुरुआत होने के बाद मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, बुध विहार, विजय विहार, पूठ कलां, रोहिणी, किराड़ी, नांगलोई, पश्चिम विहार, रानी बाग, पीतमपुरा, बादली, शाहबाद डेयरी, रिठाला, बवाना, नरेला, कंझावला, अवंतिका, बेगमपुर, रामा विहार, टिकरी और आसपास के अन्य एरिया के लोगों को इमरजेंसी में अन्य अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ेगा। समय पर उन्हें इस ट्रॉमा सेंटर में इलाज मिल सकेगा। लोग बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे हैं।
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