Next Story
Newszop

भारतीय वायुसेना का जंगी अभ्यास देख पाकिस्तान में घबराहट, अरब सागर में नौसैनिक अभ्यास के नाम पर NOTAM जारी, डर देखिए

Send Push
इस्लामाबाद: भारतीय वायुसेना ने जैसे ही युद्धाभ्यास की घोषणा की, पाकिस्तान डर गया। पाकिस्तान की नौसेना ने घबराहट में उत्तरी अरब सागर में युद्धाभ्यास का NOTAM यानि नोटिस टू एयरमैन जारी कर दिया है। दिलचस्प ये है कि भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास का नोटम जारी करने के कुछ ही घंटों के भीतर पाकिस्तान की नौसेना ने नोटम जारी किया है। हालांकि पाकिस्तान इसे युद्धाभ्यास बता रहा है, लेकिन हकीकत ये है कि भारत की सैन्य ताकत से उपजी ये घबराहट का संकेत है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि भारतीय वायुसेना ने युद्धाभ्यास की घोषणा काफी पहले कर दी थी और इसे पूर्व नियोजित ड्रिल बताया था, लेकिन पाकिस्तान की तरफ से अचानक घोषणा की गई है, जो बताता है कि पाकिस्तान की नौसेना बचाव करने की कोशिश कर रही है।



रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय वायुसेना राजस्थान के बाड़मेर से जोधपुर तक के विशाल क्षेत्र में ये अभ्यास करने वाली है और ये पूरा क्षेत्र पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। ये पूरा वही क्षेत्र है, जहां पाकिस्तान ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद ड्रोन और मिसाइल हमला करने की कोशिश की थी, जिसे भारत ने काफी आसानी से नाकाम कर दिया था। भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास में राफेल, सुखोई-30 और मिराज जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट हिस्सा ले रहे हैं। जबकि पाकिस्तान ने नौसेना की तरफ से अरब सागर के उत्तरी भाग में "फायरिंग के लिए चेतावनी" जारी की गई और इसके अलावा कोई जानकारी नहीं दी गई है, जिससे पता चलता है कि वो भारत के युद्धाभ्यास का सिर्फ प्रतिक्रिया देने की कोशिश कर रहा है और भारतीय वायुसेना के इस कदम से चिंतित है।



भारत की समुद्री ताकत में कैसे दबा है पाकिस्तान?

भारत की समुद्री ताकत अथाह और भारत, चीन, अमेरिका, रूस और ब्रिटेन जैसे देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा है। जबकि पाकिस्तान की नौसेना काफी कमजोर मानी जाती है। उसके पास सीमित संख्या में संसाधन, युद्धपोत और पनडुब्बियां हैं। जबकि भारतीय नौसेना के पास INS विक्रांत और INS विक्रमादित्य जैसे दो एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। इसके अलावा भारत के पास स्कॉर्पीन क्लास की पनडुब्बियां, ब्रह्मोस मिसाइल से लैस युद्धपोत, P-8I सर्विलांस एयरक्राफ्ट और नेटवर्क-केंद्रित युद्ध क्षमताएं हैं, जिससे उसका दबदबा पूरे हिंद महासागर, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में कायम है।



पाकिस्तान की नौसेना के NOTAM जारी करने का मतलब है कि पाकिस्तान अपनी नौसेना को किसी संभावित टकराव या दबाव की स्थिति में युद्धाभ्यास के बहाने से सतर्क कर रहा है। इसका एक मकसद ये भी हो सकता है कि वो अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ये दिखाने की कोशिश कर रहा है कि वो 'तैयार' है। लेकिन हकीकत ये है कि पाकिस्तान की नौसेना पूरी तरह से चीन की कृपा पर निर्भर है। जबकि भारत के पास कोच्चि, विशाखापट्टनम, मुंबई और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में स्ट्रैटजिक नौसेना बेस हैं। इस क्षमता के साथ भारत एक साथ कई मोर्चों पर जंग लड़ सकता है, लेकिन पाकिस्तान सिर्फ कराची बंदरगाह पर निर्भर है, जिसे भारत ने 1971 की लड़ाई में ध्वस्त कर दिया था और इस बार भी भारतीय नौसेना के निशाने पर ये बंदरगाह था। ये भारतीय नौसेना के डायरेक्ट निशाने पर रहता है। इसीलिए पाकिस्तान की नौसेना का नोटम जारी करना भारत को कोई चुनौती नहीं देती है, बल्कि वो सिर्फ भारत के खिलाफ मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।

Loving Newspoint? Download the app now