US Student Visa: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में स्टूडेंट वीजा मिलना मुश्किल हो गया है। ट्रंप सरकार ने पिछले कुछ सालों में इतनी ज्यादा तिकड़मबाजी की है, जिसका खामियाजा अब यहां के हायर एजुकेशन सेक्टर को उठाना पड़ेगा। सरकार ने कुल मिलाकर चार ऐसी गलतियां कर दी हैं, जिसकी वजह से अब यहां विदेशी छात्रों की संख्या कम होने वाली है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि कम एडमिशन की वजह से देशभर के कॉलेज-यूनिवर्सिटीज को अरबों डॉलर का नुकसान भी होने वाला है।
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फॉर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक विश्लेषण में बताया गया है कि इस फॉल इनटेक में विदेशी छात्रों के एडमिशन में गिरावट देखने को मिलने वाली है। सितंबर 2025 में होने वाले एडमिशन में 30% से 40% तक गिरावट हो सकती है। NAFSA और रिसर्च कंसल्टेंसी जेबी इंटरनेशनल के जरिए इकट्ठा किए गए डाटा में कहा गया है कि अमेरिका में इस फॉल इनटेक में 1.50 लाख के करीब स्टूडेंट्स पढ़ने नहीं आ पाएंगे। इसकी मुख्य वजह मई-अगस्त के समय वीजा प्रोसेसिंग में बैकलॉग है।
अमेरिका को कितना नुकसान होगा?
विदेशी छात्रों के एडमिशन में गिरावट की वजह से हायर एजुकेशन सेक्टर आर्थिक तौर पर प्रभावित भी होने वाला है। छात्रों की कम संख्या की वजह से पिछले साल की तुलना में 2025/26 अकेडमिक ईयर में एडमिशन में 15% की गिरावट देखने को मिलने वाली है। NAFSA और जेबी इंटरेशनल की स्टडी के मुताबिक, विदेशी छात्रों के पढ़ने नहीं आने की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 7 अरब डॉलर (लगभग 61 हजार करोड़) का नुकसान होगा, जबकि देशभर में 60 हजार नौकरियां खत्म हो सकती हैं।
किस वजह से नहीं आ रहे विदेशी छात्र?
स्टडी में बताया गया है कि सरकार की तरफ से चार बड़ी गलतियां की गई हैं, जिनकी वजह से विदेशी छात्र अब अमेरिका से मुंह मोड़ने वाले हैं। इसमें सबसे पहला 27 मई से 18 जून तक स्टूडेंट वीजा इंटरव्यू को बंद करना है। दूसरा इंटरव्यू शुरू होने पर सीमित वीजा अप्वाइंटमेंट का उपलब्ध होना, तीसरा 2025 की शुरुआत में वीजा जारी करने में ढिलाई और चौथा कई देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाना, जिससे कई मार्केट भी प्रभावित हुए हैं। फिलहाल सरकार के इस कदम से काफी नुकसान होने वाला है।
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फॉर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक विश्लेषण में बताया गया है कि इस फॉल इनटेक में विदेशी छात्रों के एडमिशन में गिरावट देखने को मिलने वाली है। सितंबर 2025 में होने वाले एडमिशन में 30% से 40% तक गिरावट हो सकती है। NAFSA और रिसर्च कंसल्टेंसी जेबी इंटरनेशनल के जरिए इकट्ठा किए गए डाटा में कहा गया है कि अमेरिका में इस फॉल इनटेक में 1.50 लाख के करीब स्टूडेंट्स पढ़ने नहीं आ पाएंगे। इसकी मुख्य वजह मई-अगस्त के समय वीजा प्रोसेसिंग में बैकलॉग है।
अमेरिका को कितना नुकसान होगा?
विदेशी छात्रों के एडमिशन में गिरावट की वजह से हायर एजुकेशन सेक्टर आर्थिक तौर पर प्रभावित भी होने वाला है। छात्रों की कम संख्या की वजह से पिछले साल की तुलना में 2025/26 अकेडमिक ईयर में एडमिशन में 15% की गिरावट देखने को मिलने वाली है। NAFSA और जेबी इंटरेशनल की स्टडी के मुताबिक, विदेशी छात्रों के पढ़ने नहीं आने की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को 7 अरब डॉलर (लगभग 61 हजार करोड़) का नुकसान होगा, जबकि देशभर में 60 हजार नौकरियां खत्म हो सकती हैं।
किस वजह से नहीं आ रहे विदेशी छात्र?
स्टडी में बताया गया है कि सरकार की तरफ से चार बड़ी गलतियां की गई हैं, जिनकी वजह से विदेशी छात्र अब अमेरिका से मुंह मोड़ने वाले हैं। इसमें सबसे पहला 27 मई से 18 जून तक स्टूडेंट वीजा इंटरव्यू को बंद करना है। दूसरा इंटरव्यू शुरू होने पर सीमित वीजा अप्वाइंटमेंट का उपलब्ध होना, तीसरा 2025 की शुरुआत में वीजा जारी करने में ढिलाई और चौथा कई देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगाना, जिससे कई मार्केट भी प्रभावित हुए हैं। फिलहाल सरकार के इस कदम से काफी नुकसान होने वाला है।
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