पटनाः बिहार के बेतिया और चंपारण क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर इस बार का चुनाव कुछ ऐसे अरबपति उम्मीदवारों के बीच लड़ा जा रहा है, जो अपनी अथाह संपत्ति के बावजूद खुद को 'साधारण जीवन' जीने वाला बताते हैं और क्षेत्र के आर्थिक विकास को अपना मुख्य चुनावी मुद्दा बना रहे हैं। महागठबंधन के इन प्रमुख उम्मीदवारों में नरकटियागंज से राजद के दीपक यादव, लौरिया से वीआईपी के रणकौशल प्रताप सिंह , और चंपारण क्षेत्र के देवा गुप्ता (राजद) और गप्पू राय (कांग्रेस) शामिल हैं।
लौरिया के धनी उम्मीदवार रणकौशल प्रताप सिंह के पास 373 करोड़ की संपत्ति
लौरिया विधानसभा सीट से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के उम्मीदवार रणकौशल प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह (पटना की रियल एस्टेट कंपनी श्री वासी होम्स के निदेशक) अपनी संपत्ति के कारण तुरंत ध्यान आकर्षित करते हैं। उनके पास नकद और अचल संपत्ति मिलाकर 373 करोड़ रुपए की संपत्ति है। उनके पास टोयोटा फॉर्च्यूनर, ऑडी और टोयोटा इनोवा जैसी एसयूवी का बेड़ा है।
इतनी संपत्ति होने के बावजूद रणकौशल प्रताप सिंह सादा जीवन जीने का दावा करते हैं। वे कहते हैं, "क्या आप यकीन करेंगे, मैं कलाई घड़ी, बेल्ट और ब्रांडेड कपड़े नहीं पहनता?" उन्होंने बताया कि वे एक साधारण परिवार से आते हैं और उनकी मां और पत्नी ही घर का खाना बनाती हैं।
रणकौशल प्रताप सिंह तीसरी बार मैदान में
लौरिया सीट से लगातार तीसरी बार किस्मत आजमा रहे सिंह अपनी पहचान एक ठेठ बिहारी नेता की बनाए रखते हैं, लेकिन अपनी संपत्ति का उपयोग क्षेत्र के विकास के लिए करना चाहते हैं। उनका दावा है कि वो अपने निर्वाचन क्षेत्र को 'आरामदायक घर' बनाने का डिज़ाइन लेकर आए हैं, और उनका लक्ष्य नीतीश राज में व्याप्त 'अफसर राज' और विकास के गतिरोध से मुक्ति दिलाना है।
नरकटियागंज के उद्योगपति दीपक यादव की संपत्ति 89 करोड़
बगहा स्थित तिरुपति शुगर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, दीपक यादव (राजद), जो उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री डीपी यादव के दामाद हैं, भी सादगी का दावा करते हैं। उनके पास 89 करोड़ की संपत्ति है। कुर्ता-पायजामा पहने और कंधे पर हरा गमछा डाले यादव पहली नज़र में एक सामान्य राजद कार्यकर्ता प्रतीत होते हैं। दीपक यादव का मुख्य मुद्दा क्षेत्र का औद्योगीकरण है। उनका मानना है कि वर्तमान 'अफसर राज' में उद्योग संभव नहीं है और केवल 'नीतीश राज से राहत' ही आर्थिक विकास लाएगी।
गप्पू राय 19 करोड़ की संपत्ति के मालिक
गोविंदगंज और मोतिहारी सीटों से चुनाव लड़ रहे महागठबंधन के अन्य अमीर उम्मीदवारों में गप्पू राय (कांग्रेस) 19 करोड़ की संपत्ति के मालिक है। वहीं देवा गुप्ता (राजद) 4.5 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। ये सभी भी सादा जीवनशैली अपनाने का दावा करते हैं और आर्थिक विकास को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हैं।
लौरिया के धनी उम्मीदवार रणकौशल प्रताप सिंह के पास 373 करोड़ की संपत्ति
लौरिया विधानसभा सीट से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के उम्मीदवार रणकौशल प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू सिंह (पटना की रियल एस्टेट कंपनी श्री वासी होम्स के निदेशक) अपनी संपत्ति के कारण तुरंत ध्यान आकर्षित करते हैं। उनके पास नकद और अचल संपत्ति मिलाकर 373 करोड़ रुपए की संपत्ति है। उनके पास टोयोटा फॉर्च्यूनर, ऑडी और टोयोटा इनोवा जैसी एसयूवी का बेड़ा है।
इतनी संपत्ति होने के बावजूद रणकौशल प्रताप सिंह सादा जीवन जीने का दावा करते हैं। वे कहते हैं, "क्या आप यकीन करेंगे, मैं कलाई घड़ी, बेल्ट और ब्रांडेड कपड़े नहीं पहनता?" उन्होंने बताया कि वे एक साधारण परिवार से आते हैं और उनकी मां और पत्नी ही घर का खाना बनाती हैं।
रणकौशल प्रताप सिंह तीसरी बार मैदान में
लौरिया सीट से लगातार तीसरी बार किस्मत आजमा रहे सिंह अपनी पहचान एक ठेठ बिहारी नेता की बनाए रखते हैं, लेकिन अपनी संपत्ति का उपयोग क्षेत्र के विकास के लिए करना चाहते हैं। उनका दावा है कि वो अपने निर्वाचन क्षेत्र को 'आरामदायक घर' बनाने का डिज़ाइन लेकर आए हैं, और उनका लक्ष्य नीतीश राज में व्याप्त 'अफसर राज' और विकास के गतिरोध से मुक्ति दिलाना है।
नरकटियागंज के उद्योगपति दीपक यादव की संपत्ति 89 करोड़
बगहा स्थित तिरुपति शुगर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, दीपक यादव (राजद), जो उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री डीपी यादव के दामाद हैं, भी सादगी का दावा करते हैं। उनके पास 89 करोड़ की संपत्ति है। कुर्ता-पायजामा पहने और कंधे पर हरा गमछा डाले यादव पहली नज़र में एक सामान्य राजद कार्यकर्ता प्रतीत होते हैं। दीपक यादव का मुख्य मुद्दा क्षेत्र का औद्योगीकरण है। उनका मानना है कि वर्तमान 'अफसर राज' में उद्योग संभव नहीं है और केवल 'नीतीश राज से राहत' ही आर्थिक विकास लाएगी।
गप्पू राय 19 करोड़ की संपत्ति के मालिक
गोविंदगंज और मोतिहारी सीटों से चुनाव लड़ रहे महागठबंधन के अन्य अमीर उम्मीदवारों में गप्पू राय (कांग्रेस) 19 करोड़ की संपत्ति के मालिक है। वहीं देवा गुप्ता (राजद) 4.5 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। ये सभी भी सादा जीवनशैली अपनाने का दावा करते हैं और आर्थिक विकास को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हैं।
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