पटना: तेजस्वी यादव ने विश्वास जताया है कि इस बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार जाने वाली है और महागठबंधन की सरकार बनने वाली है। उन्होंने एनडीए से कहा कि वह अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करे। तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन के पास बिहार को 'नया बिहार' बनाने का विजन, कारण और ब्लूप्रिंट है। कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने आज तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया है। गहलोत ने कहा कि देश और राज्य की स्थिति चिंताजनक है और एनडीए सरकार का कामकाज लोकतंत्र के लिए खतरा है। बिहार में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है और लोग बदलाव चाहते हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए पर निशाना साधते हुए विश्वास जताया कि इस बार उसकी सरकार जाने वाली है। तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन में मुकेश सहनी को उप मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है और समय आने पर अन्य समुदायों से भी उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।
महागठबंधन के पास विजन है, ब्लू प्रिंट हैतेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा, "हम बहुत आश्वस्त हैं। इस बार एनडीए की सरकार जाने वाली है और महागठबंधन की सरकार बनने वाली है।" उन्होंने कहा, "हमारे पास विजन है, कारण है और ब्लूप्रिंट है। हमारे पास अटूट जुनून है। हमारे पास एक नई सोच है जो सबको साथ लेकर चलती है। हमें एक नया बिहार बनाना है।"
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। गहलोत ने कहा, "हर किसी को (देश की स्थिति के बारे में) चिंतित होना चाहिए। इसीलिए मैं खरगे जी, राहुल जी और यहां बैठे अन्य लोगों से सलाह लेने के बाद कह सकता हूं कि तेजस्वी यादव इस चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। वे एक युवा व्यक्ति हैं। उनका भविष्य लंबा है और जनता उनका समर्थन करेगी।"
एनडीए सरकार लोकतंत्र के लिए खतराअशोक गहलोत को कांग्रेस ने वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक नामित किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है क्योंकि वह बेरोजगारी सहित कई मुद्दों से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार काम कर रही है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा है।
गहलोत ने कहा, "जिस तरह से एनडीए सरकार काम करती है वह लोकतंत्र के लिए खतरा है। ध्रुवीकरण है। कोई नहीं जानता कि देश किस दिशा में जा रहा है। यदि आप आलोचना करते हैं, तो आपको जेल भेज दिया जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एक पत्रकार हैं या कार्यकर्ता। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम ध्यान रखें कि देश क्या चाहता है। देश बिहार को देख रहा है। बेरोजगारी का मुद्दा बना हुआ है। लोग बदलाव चाहते हैं।"
मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीचबिहार में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के बीच होगा। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी-राम विलास (एलजेपी-आर), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
महागठबंधन का नेतृत्व राष्ट्रीय जनता दल कर रहा है। इसमें कांग्रेस, दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी-लेनिनवादी (सीपीआई-एमएल), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्क्सवादी (सीपीएम), और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।
इसके अलाव प्रशांत किशोर की जन सुराज भी चुनाव में मजबूत दल है। विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को होंगे। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए पर निशाना साधते हुए विश्वास जताया कि इस बार उसकी सरकार जाने वाली है। तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन में मुकेश सहनी को उप मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया गया है और समय आने पर अन्य समुदायों से भी उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।
महागठबंधन के पास विजन है, ब्लू प्रिंट हैतेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा, "हम बहुत आश्वस्त हैं। इस बार एनडीए की सरकार जाने वाली है और महागठबंधन की सरकार बनने वाली है।" उन्होंने कहा, "हमारे पास विजन है, कारण है और ब्लूप्रिंट है। हमारे पास अटूट जुनून है। हमारे पास एक नई सोच है जो सबको साथ लेकर चलती है। हमें एक नया बिहार बनाना है।"
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया। गहलोत ने कहा, "हर किसी को (देश की स्थिति के बारे में) चिंतित होना चाहिए। इसीलिए मैं खरगे जी, राहुल जी और यहां बैठे अन्य लोगों से सलाह लेने के बाद कह सकता हूं कि तेजस्वी यादव इस चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं। वे एक युवा व्यक्ति हैं। उनका भविष्य लंबा है और जनता उनका समर्थन करेगी।"
एनडीए सरकार लोकतंत्र के लिए खतराअशोक गहलोत को कांग्रेस ने वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक नामित किया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है क्योंकि वह बेरोजगारी सहित कई मुद्दों से जूझ रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार काम कर रही है, वह लोकतंत्र के लिए खतरा है।
गहलोत ने कहा, "जिस तरह से एनडीए सरकार काम करती है वह लोकतंत्र के लिए खतरा है। ध्रुवीकरण है। कोई नहीं जानता कि देश किस दिशा में जा रहा है। यदि आप आलोचना करते हैं, तो आपको जेल भेज दिया जाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एक पत्रकार हैं या कार्यकर्ता। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम ध्यान रखें कि देश क्या चाहता है। देश बिहार को देख रहा है। बेरोजगारी का मुद्दा बना हुआ है। लोग बदलाव चाहते हैं।"
मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीचबिहार में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के बीच होगा। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी-राम विलास (एलजेपी-आर), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।
महागठबंधन का नेतृत्व राष्ट्रीय जनता दल कर रहा है। इसमें कांग्रेस, दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया मार्क्सवादी-लेनिनवादी (सीपीआई-एमएल), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्क्सवादी (सीपीएम), और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।
इसके अलाव प्रशांत किशोर की जन सुराज भी चुनाव में मजबूत दल है। विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को होंगे। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी।
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