बीजापुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में सुरक्षाबल के जवानों ने नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया है। जवानों की अलग-अलग टुकड़ियां सर्चिंग अभियान में लगी हुई हैं। नक्सल ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबल के जवानों को नक्सलियों के अलावा कई तरह के खतरों का सामना करना पड़ता है। इसके बाद भी सुरक्षाबल के जवान मुस्तैदी के साथ ऑपरेशन को अंजान देते हैं।
भालू के हमले से जवान घायल
बीजापुर जिले में गुरुवार को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान जंगली भालू के हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान करेगुट्टा इलाके में चल रहा था। अभियान के दौरान भालू के हमले में जिला पुलिस बल के जवान वेट्टी कन्ना घायल हो गये। इस हमले में उनके पैर में गहरे घाव हुए हैं। वेट्टी के साथियों ने उन्हें मौके से बचाया, जिसके बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से बीजापुर मुख्यालय ले जाया गया तथा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक इलाज के बाद वेट्टी को राजधानी रायपुर भेज दिया गया है।
जंगल में जानवरों का खतरा
सुरक्षाबल के जवान घने जंगलों में सर्चिंग अभियान चलाते हैं। मिशन के दौरान जवानों को नक्सलियों हमलों के अलावा जंगली जानवरों का खतरा रहता है। जंगली जानवर कई बार जवानों पर हमला करते हैं। इसके साथ ही सर्पदंश के मामले भी आते हैं जो सर्चिंग अभियान के दौरान जवानों के मिशन को प्रभावित करते हैं। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान कई बार ऐसी खबरें आई हैं जब जंगली जानवरों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया है।
जमीन के अंदर लगे विस्फोटक
सुरक्षाबल के जवान ऑपरेशन के दौरान फूंक-फूंक कर कदम रखते हैं। नक्सलियों ने सुरक्षाबल के जवानों को टारगेट करने के लिए जंगली इलाकों में जगह-जगह पर आईईडी विस्फोटक लगाए हैं। जिसकी चपेट में आने से सुरक्षाबल के जवान कई बार घायल हो जाते हैं। बीजापुर इलाके में अक्सर आईईडी विस्फोट होते हैं जिससे सुरक्षाबल के जवान घायल हो जाते हैं।
कठिन भूगौलिक स्थिति
कठिन पहाड़ी रास्ते, घने जंगल और प्रतिकूल मौसम जैसी परिस्थितियों के बावजूद सुरक्षा बल के जवान अपने समर्पण, कर्तव्यनिष्ठा और तकनीकी कुशलता से मिशन को अंजाम देने के लिए आगे बढ़ते हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी सुरक्षाबल के जवान नक्सल विरोधी अभियान को अंजाम देते हैं और नक्सली इलाकों में कैंप का निर्माण करते हैं।
मार्च 2026 है टारगेट
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाई गई है। केंद्र सरकार ने नक्सलवाद को खत्म करने के लिए मार्च 2026 की डेडलाइन तय की है। सुरक्षाबल के जवान लगातार बड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। जवानों ने नक्सलियों के कई टॉप लीडरों को मार गिराया है।
भालू के हमले से जवान घायल
बीजापुर जिले में गुरुवार को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान जंगली भालू के हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान करेगुट्टा इलाके में चल रहा था। अभियान के दौरान भालू के हमले में जिला पुलिस बल के जवान वेट्टी कन्ना घायल हो गये। इस हमले में उनके पैर में गहरे घाव हुए हैं। वेट्टी के साथियों ने उन्हें मौके से बचाया, जिसके बाद उन्हें हेलीकॉप्टर से बीजापुर मुख्यालय ले जाया गया तथा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक इलाज के बाद वेट्टी को राजधानी रायपुर भेज दिया गया है।
जंगल में जानवरों का खतरा
सुरक्षाबल के जवान घने जंगलों में सर्चिंग अभियान चलाते हैं। मिशन के दौरान जवानों को नक्सलियों हमलों के अलावा जंगली जानवरों का खतरा रहता है। जंगली जानवर कई बार जवानों पर हमला करते हैं। इसके साथ ही सर्पदंश के मामले भी आते हैं जो सर्चिंग अभियान के दौरान जवानों के मिशन को प्रभावित करते हैं। नक्सल विरोधी अभियान के दौरान कई बार ऐसी खबरें आई हैं जब जंगली जानवरों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया है।
जमीन के अंदर लगे विस्फोटक
सुरक्षाबल के जवान ऑपरेशन के दौरान फूंक-फूंक कर कदम रखते हैं। नक्सलियों ने सुरक्षाबल के जवानों को टारगेट करने के लिए जंगली इलाकों में जगह-जगह पर आईईडी विस्फोटक लगाए हैं। जिसकी चपेट में आने से सुरक्षाबल के जवान कई बार घायल हो जाते हैं। बीजापुर इलाके में अक्सर आईईडी विस्फोट होते हैं जिससे सुरक्षाबल के जवान घायल हो जाते हैं।
कठिन भूगौलिक स्थिति
कठिन पहाड़ी रास्ते, घने जंगल और प्रतिकूल मौसम जैसी परिस्थितियों के बावजूद सुरक्षा बल के जवान अपने समर्पण, कर्तव्यनिष्ठा और तकनीकी कुशलता से मिशन को अंजाम देने के लिए आगे बढ़ते हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी सुरक्षाबल के जवान नक्सल विरोधी अभियान को अंजाम देते हैं और नक्सली इलाकों में कैंप का निर्माण करते हैं।
मार्च 2026 है टारगेट
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाई गई है। केंद्र सरकार ने नक्सलवाद को खत्म करने के लिए मार्च 2026 की डेडलाइन तय की है। सुरक्षाबल के जवान लगातार बड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। जवानों ने नक्सलियों के कई टॉप लीडरों को मार गिराया है।
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