सुनील मिश्रा, संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में सोमवार सुबह तड़के मीट प्लांट मालिक हाजी इमरान कुरैशी एवं हाजी इरफान कुरैशी के आवास पर आयकर विभाग और जीएसटी की टीम ने छापा मारा। सुबह तड़के संभल, बरेली और हापुड़ में करीब 70 गाडियों में भरकर आई टीम ने एक्शन शुरू कर खलबली मचा दी। हाजी इमरान के घर के साथ-साथ उनके चिमयावाली गांव स्थित प्लांट पर भी छापेमारी की गई। इस बीच सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर टीम ने आवास और आसपास के लोगों को दूर रोक दिया। दरअसल, थाना हयातनगर क्षेत्र के मोहल्ला सरायतरीन भूडा में मीट प्लांट स्वामी हाजी इमरान कुरैशी के घर आयकर विभाग की टीम पहुंची।
कौन हैं हाजी ब्रदर्स?हाजी इमरान और हाजी इरफान संभल के रहने वाले हैं। संभल और गाजियाबाद में आयकर टीम ने हाजी इमरान कुरैशी और हाजी इरफान कुरैशी के घर एवं फैक्ट्री पर पहुंची। इरफान इंडिया फ्रोजन फूड के मालिक हैं। दोनों भाइयों का एक हजार करोड़ रुपये के करीब का कारोबार है। कंपनी के 4 बड़े अफसरों के आवास पर भी टीम ने रेड डाली है।
सुबह तड़के सात बजे के आसपास टीम में कई गाडियों से सवार आयकर अफसर पीएससी जवानों के साथ मीट प्लांट स्वामी के घर पहुंच गए। बताया जाता है कि उनके घर के साथ-साथ गांव चिमयावाली स्थित प्लांट पर भी छापेमारी की गई। इस बीच मोहल्ले में हड़कंप सा मच गया। और आसपास मौजूद लोगों इस दौरान वहां खड़े होने तक की अनुमति नहीं थी।
इन मीट कारोबारियों पर भी छापाआयकर और जीएसटी की टीम ने बरेली और हापुड़ में भी मीट कारोबारियों के घर और फैक्ट्री पर छापा मारा। बरेली में शकील कुरैशी की कंपनी मार्या फ्रोजन पर छापेमारी की खबर। संभल में इंडिया फ्रोजन जिस बिल्डिंग में चलती है, उसके मालिक शकील कुरैशी हैं। शकील ने वर्ष 2003 के आसपास मीट कारोबार शुरू किया। उनके ग्रुप की कंपनियां मिडिल ईस्ट, एशिया-पैसिफिक और अफ्रीकी देशों में भी अपने प्रोडक्ट्स भेजती हैं।
मीट कारोबारी हाजी यासीन के यहां हापुड़ में भी रेड पड़ी है। उनकी मीट फैक्ट्री गाजियाबाद में है। हापुड़ में ही कारोबारी असलम कुरैशी और वकील नितिन गर्ग के घर पर भी छापे की खबर है। ये दोनों हाजी यासीन की कंपनी से जुड़े हुए हैं।
संयुक्त कार्रवाई से हड़कंपसंभल में इंडिया फ्रोजन और बरेली में मार्या फ्रोजन पर रेड के बाद सरकारी शिंकजा कस सकता है। आईटी और जीएसटी की संयुक्त कार्रवाई से मीट कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। दरअसल, संभल में सुबह से ही एक्शन शुरू हो गया। सुबह का सन्नाटा अभी टूटा भी नहीं था कि गाड़ियों के हूटर सुनाई देने लगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई गाड़ियां संभल और बरेली के बाहरी इलाकों से शहर की ओर दाखिल हुईं।
सुरक्षा बलों से घिरी स्पेशल यूनिट के इस मूवमेंट को देखकर आसपास के लोगों ने पहले इसे कोई वीवीआईपी काफिला समझा। हालांकि, कुछ ही मिनटों बाद गाडियां सीधे इंडियन फ्रोजन फूड के मालिक हाजी इरफान और उनके भाई हाजी इमरान के आवासीय परिसर में दाखिल हुईं। फिलहाल अभी तक ये क्लीयर नहीं हो सका है कि टीम ने इस छापेमारी के दौरान क्या खामियां पाई, लेकिन टीम की कार्रवाई जारी है।
समाजसेवी होने का दावाइमरान कुरैशी और इरफान कुरैशी मीट कारोबारी होने के साथ समाजसेवी होने का भी दावा करते हैं। सोशल मीडिया समाजसेवी होने के दावों वाले पोस्ट भरे पड़े हैं। जांच एजेंसियां मीट कारोबारियों के कारोबार में गड़बड़ी को ढूंढ़ने में जुटी है। कार्रवाई के बाद एक्शन को लेकर सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। एजेंसियों की ओर से एक्शन को लेकर अभी कोई अपडेट जारी नहीं किया गया है।
कौन हैं हाजी ब्रदर्स?हाजी इमरान और हाजी इरफान संभल के रहने वाले हैं। संभल और गाजियाबाद में आयकर टीम ने हाजी इमरान कुरैशी और हाजी इरफान कुरैशी के घर एवं फैक्ट्री पर पहुंची। इरफान इंडिया फ्रोजन फूड के मालिक हैं। दोनों भाइयों का एक हजार करोड़ रुपये के करीब का कारोबार है। कंपनी के 4 बड़े अफसरों के आवास पर भी टीम ने रेड डाली है।
सुबह तड़के सात बजे के आसपास टीम में कई गाडियों से सवार आयकर अफसर पीएससी जवानों के साथ मीट प्लांट स्वामी के घर पहुंच गए। बताया जाता है कि उनके घर के साथ-साथ गांव चिमयावाली स्थित प्लांट पर भी छापेमारी की गई। इस बीच मोहल्ले में हड़कंप सा मच गया। और आसपास मौजूद लोगों इस दौरान वहां खड़े होने तक की अनुमति नहीं थी।

इन मीट कारोबारियों पर भी छापाआयकर और जीएसटी की टीम ने बरेली और हापुड़ में भी मीट कारोबारियों के घर और फैक्ट्री पर छापा मारा। बरेली में शकील कुरैशी की कंपनी मार्या फ्रोजन पर छापेमारी की खबर। संभल में इंडिया फ्रोजन जिस बिल्डिंग में चलती है, उसके मालिक शकील कुरैशी हैं। शकील ने वर्ष 2003 के आसपास मीट कारोबार शुरू किया। उनके ग्रुप की कंपनियां मिडिल ईस्ट, एशिया-पैसिफिक और अफ्रीकी देशों में भी अपने प्रोडक्ट्स भेजती हैं।
मीट कारोबारी हाजी यासीन के यहां हापुड़ में भी रेड पड़ी है। उनकी मीट फैक्ट्री गाजियाबाद में है। हापुड़ में ही कारोबारी असलम कुरैशी और वकील नितिन गर्ग के घर पर भी छापे की खबर है। ये दोनों हाजी यासीन की कंपनी से जुड़े हुए हैं।
संयुक्त कार्रवाई से हड़कंपसंभल में इंडिया फ्रोजन और बरेली में मार्या फ्रोजन पर रेड के बाद सरकारी शिंकजा कस सकता है। आईटी और जीएसटी की संयुक्त कार्रवाई से मीट कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। दरअसल, संभल में सुबह से ही एक्शन शुरू हो गया। सुबह का सन्नाटा अभी टूटा भी नहीं था कि गाड़ियों के हूटर सुनाई देने लगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई गाड़ियां संभल और बरेली के बाहरी इलाकों से शहर की ओर दाखिल हुईं।
सुरक्षा बलों से घिरी स्पेशल यूनिट के इस मूवमेंट को देखकर आसपास के लोगों ने पहले इसे कोई वीवीआईपी काफिला समझा। हालांकि, कुछ ही मिनटों बाद गाडियां सीधे इंडियन फ्रोजन फूड के मालिक हाजी इरफान और उनके भाई हाजी इमरान के आवासीय परिसर में दाखिल हुईं। फिलहाल अभी तक ये क्लीयर नहीं हो सका है कि टीम ने इस छापेमारी के दौरान क्या खामियां पाई, लेकिन टीम की कार्रवाई जारी है।
समाजसेवी होने का दावाइमरान कुरैशी और इरफान कुरैशी मीट कारोबारी होने के साथ समाजसेवी होने का भी दावा करते हैं। सोशल मीडिया समाजसेवी होने के दावों वाले पोस्ट भरे पड़े हैं। जांच एजेंसियां मीट कारोबारियों के कारोबार में गड़बड़ी को ढूंढ़ने में जुटी है। कार्रवाई के बाद एक्शन को लेकर सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। एजेंसियों की ओर से एक्शन को लेकर अभी कोई अपडेट जारी नहीं किया गया है।
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