विदिशा: सोमवार शाम को जय स्तंभ चौक बजरिया इलाके में एक झांकी पर पथराव हो गया। पथराव में मां काली की प्रतिमा टूट गई। झांकी नंदवाना समिति निकाल रही थी। आरोप है कि मुस्लिम बस्ती से पत्थर फेंके गए। घटना के बाद लोगों ने हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया। जांच में पता चला कि छत पर खेल रहे बच्चों से गलती से पत्थर गिरा था। बच्चों के परिजनों ने माफी मांगी, जिसके बाद समिति ने पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया।
तनाव की स्थिति बनी
विदिशा के जय स्तंभ चौक बजरिया इलाके में सोमवार शाम को तनाव की स्थिति बन गई। नंदवाना समिति मां काली की प्रतिमा की झांकी निकाल रही थी। तभी कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव से मां काली की प्रतिमा टूट गई। झांकी में शामिल एक युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में मुस्लिम बस्ती से पत्थर फेंकने का आरोप लगाया गया।
दो युवकों को हल्की चोटें आईं
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पथराव आसपास के घरों से किया गया। इस घटना में दो युवकों को हल्की चोटें भी आईं। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और नारेबाजी शुरू हो गई। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
बच्चों से गिरा पत्थर
जांच में पता चला कि बच्चे छत पर खेल रहे थे। वहां निर्माण सामग्री रखी हुई थी। बच्चों से गलती से पत्थर गिर गया। बच्चों को देखकर समिति के पदाधिकारियों का गुस्सा शांत हो गया। उन्होंने पुलिस से कोई कार्रवाई नहीं करने को कहा।
आपस में निपटा लिया मामला
समिति के पदाधिकारी राज खटीक ने कहा, 'हमने जाकर देखा तो बच्चे खेल रहे थे, उन बच्चों से ही गलती से पत्थर फिंका गया था। अब हम कोई पुलिस कार्रवाई नहीं चाहते हैं।' बच्चों के परिजन शफीन पठान ने बताया, 'कुछ समय पहले हमारे घर में निर्माण कार्य हुआ था। उसकी बच्ची हुई गिट्टी रखी थी, आज छत पर बच्चे खेल रहे थे, उनसे गलती से पत्थर फिंका गया। हमने झांकी समिति के लोगों से बच्चों की गलती के लिए माफी मांग ली है, आगे ध्यान रखेंगे। छत पर से गिट्टी हटा ली है ताकि आगे इस प्रकार कि घटना न हो।'
तनाव की स्थिति बनी
विदिशा के जय स्तंभ चौक बजरिया इलाके में सोमवार शाम को तनाव की स्थिति बन गई। नंदवाना समिति मां काली की प्रतिमा की झांकी निकाल रही थी। तभी कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव से मां काली की प्रतिमा टूट गई। झांकी में शामिल एक युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में मुस्लिम बस्ती से पत्थर फेंकने का आरोप लगाया गया।
दो युवकों को हल्की चोटें आईं
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पथराव आसपास के घरों से किया गया। इस घटना में दो युवकों को हल्की चोटें भी आईं। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और नारेबाजी शुरू हो गई। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।
बच्चों से गिरा पत्थर
जांच में पता चला कि बच्चे छत पर खेल रहे थे। वहां निर्माण सामग्री रखी हुई थी। बच्चों से गलती से पत्थर गिर गया। बच्चों को देखकर समिति के पदाधिकारियों का गुस्सा शांत हो गया। उन्होंने पुलिस से कोई कार्रवाई नहीं करने को कहा।
आपस में निपटा लिया मामला
समिति के पदाधिकारी राज खटीक ने कहा, 'हमने जाकर देखा तो बच्चे खेल रहे थे, उन बच्चों से ही गलती से पत्थर फिंका गया था। अब हम कोई पुलिस कार्रवाई नहीं चाहते हैं।' बच्चों के परिजन शफीन पठान ने बताया, 'कुछ समय पहले हमारे घर में निर्माण कार्य हुआ था। उसकी बच्ची हुई गिट्टी रखी थी, आज छत पर बच्चे खेल रहे थे, उनसे गलती से पत्थर फिंका गया। हमने झांकी समिति के लोगों से बच्चों की गलती के लिए माफी मांग ली है, आगे ध्यान रखेंगे। छत पर से गिट्टी हटा ली है ताकि आगे इस प्रकार कि घटना न हो।'
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