Bada Mangal : बड़ा मंगल या बुढ़वा मंगल का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। ज्येष्ठ महीने में आने वाले प्रत्येक मंगलवार को बड़ा मंगल माना जाता है और इस मौके पर हनुमान जी के बूढ़े स्वरूप की पूजा होती है। यूपी की राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में बड़ा मंगल धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार ज्येष्ठ मास में पांच बड़े मंगल आएंगे जिनमें से पहला बड़ा मंगल 13 मई को है और पांचवां बड़ा मंगल 10 जून को होगा। बड़े मंगल में हनुमान जी की विशेष पूजा होती है और इस दौरान कुछ बातों को खास ध्यान रखा जाता है। आइये जानते हैं कि बड़े मंगल के दौरान क्या करें और क्या न करें। साथ ही जानिए बड़े मंगल को लेकर क्या मान्यताएं हैं। बड़े मंगल को लेकर धार्मिक मान्यताएंबड़ा मंगल को लेकर कुछ धार्मिक मान्यताएं हैं। कहा जाता है कि ज्येष्ठ मास के मंगलवार के दिन श्रीराम भगवान और हनुमान जी मिले थे। इसके अलावा कहा जाता है कि महाभारत काल में पांच पांडवों में से एक भीम का घमंड बुजुर्ग हनुमान जी ने ज्येष्ठ मास के मंगल पर ही तोड़ा था।कथा इस प्रकार है कि द्वापरयुग में गंधमादन पर्वत पर हनुमान जी बूढ़े वानर के तौर पर विश्राम कर रहे थे। तभी द्रौपदी के लिए सुगंधित फूल तोड़ने के लिए भीम गंधमादन पर्वत पर पहुंचते हैं। तब इस क्षेत्र में पांडव वनवास काट रहे होते हैं। भीम रास्ते में बूढ़ा वानर देखकर घमंड में पूंछ हटाने के लिए कहते हैं। भीम के घमंड को तोड़ने के लिए हनुमानजी भीम से कहते हैं कि तुम ही मेरी पूंछ हटा दो, लेकिन भीम उनकी पूंछ हिला तक नहीं पाता था। इसके बाद हनुमानजी पूंछ से भीम को पकड़कर पटक देते हैं। तब भीम का घमंड टूटता है और वह हाथ जोड़कर बूढ़े हनुमान जी का परिचय पूछता है। तब हनुमानजी भीम को दर्शन देते हैं और बताते हैं कि तुम्हारा घमंड तोड़ने के लिए ही मैंने यह रूप धरा था। बड़ा मंगल क्यों मनाया जाता है?लखनऊ में धूमधाम से बड़ा मंगल मनाने को लेकर कहा जाता है कि अवध के मुगल शासक नवाब वाजिद अली शाह के बेटे की तबीयत काफी खराब रहती थी। कई प्रयासों के बाद भी वह ठीक नहीं हुआ तो लोगों ने नवाब साहब और उनकी बेगम को लखनऊ के अलीगंज में स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में मंगलवार के दिन दुआ मांगने की सलाह दी। कहा जाता है कि नवाब साहब और उनकी बेगम ने यही किया और इसके बाद उनके बेटे की तबीयत में सुधार होने लगा। इसके बाद उन्होंने न सिर्फ हनुमान मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया बल्कि ज्येष्ठ मास के मंगल पर मरम्मत का काम पूरा होने के बाद भंडारा करवाया। बड़ा मंगल पर क्या करें
- बड़े मंगल पर हनुमान जी का विधिविधान से पूजन करें।
- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, भगवान राम और हनुमान जी से जुड़े मंत्रों का जप करें।
- हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएं।
- बूंदी, और लड्डू भी हनुमान जी को पसंद है, उन्हें चढ़ाने के बाद प्रसाद को बांटें।
- बड़े मंगल पर दान करें और भूखों को भोजन कराएं। क्षमता के अनुसार भंडारा भी करा सकते हैं।
- बडे़ भाइयों का आशीर्वाद लें।
- बड़े मंगल पर किसी का दिल न दुखाएं।
- बुजुर्गों का अपमान न करें।
- छल कपट, धोखाधड़ी, झूठ फरेब से दूर रहें।
- मांस मदिरा आदि का सेवन न करें।
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