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राजस्थान बीजेपी के ये सांसद कौन, जिन्हें मिलने जा रहा संसद रत्न पुरस्कार

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जयपुर: राजस्थान की सियासत के दो दमदार चेहरे अब राष्ट्रीय मंच पर चमकेंगे। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ तथा पाली से लोकसभा सांसद पीपी चौधरी को संसद रत्न पुरस्कार-2025 से नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार देशभर के चुने हुए 17 सांसदों को उनके शानदार संसदीय प्रदर्शन के आधार पर प्रदान किया जा रहा है। कड़ी छंटनी से होकर गुजरते हैं संसद रत्नप्राइम पॉइंट फाउंडेशन की ओर से दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए सांसदों का चयन संसद में उपस्थिति, प्रश्न पूछने, बहस में भागीदारी और निजी विधेयकों की प्रस्तुति जैसे ठोस मापदंडों के आधार पर किया जाता है। यह पूरी प्रक्रिया राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज गंगाराम अहीर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा पूरी की जाती है। राजस्थान से दो सितारे चमकेराजस्थान से केवल दो सांसदों का इस बार चयन हुआ है —मदन राठौड़ (राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष)पीपी चौधरी (पाली लोकसभा सांसद)इन दोनों सांसदों ने 18वीं लोकसभा की पहली बैठक से लेकर बजट सत्र 2025 तक के दौरान अपने उत्कृष्ट योगदान से खुद को साबित किया है। जानिए कौन हैं मदन राठौड़, जानें उनका राजनीतिक सफर- कार्यकर्ता से सांसद और राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष तक का प्रेरणादायी सफरपाली जिले के रायपुर में जन्मे मदन राठौड़ का जीवन संघर्षों और सेवा की मिसाल है।1972 से 1978 तक आरएसएस के प्रचारक रहे।-टेक्सटाइल बिजनेस के साथ राजनीति में सक्रियता है। दो बार पाली सुमेरपुर से विधायक (2003 और 2013)। 2013 से 2018 तक विधानसभा में डिप्टी चीफ विप। 2024 में भेजे गए राज्यसभा, पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं। मौजूदा समय में लोकसभा में कृषि और पशुपालन एवं कॉरपोरेट अफेयर्स संसदीय समितियों के सदस्य राठौड़ को विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय लडऩे की तैयारी थी, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत फोन कॉल के बाद उन्होंने पार्टी का भरोसा निभाया - और अब राज्यसभा पहुंचकर उत्कृष्ट कार्य किया है। मदन राठौड़ का जन्म 1954 में पाली जिले के रायपुर में हुआ।राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है । 5 बार भाजपा के जिलाध्यक्ष रहे हैं। 2013 से 2018 में वसुंधरा राजे के शासन में डिप्टी चीफ विप भी रहे हैं। कृषि और पशुपालन संसदीय समिति और कॉरपोरेट अफेयर्स संसदीय समिति के सदस्य हैं। मदन राठौड़ ने विधानसभा चुनाव-2023 में सुमेरपुर से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने टिकट नहीं दिया था। इसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली थी। हालांकि उस वक्त उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी ने फोन करके काम करते रहने को कहा था। फरवरी में उन्हें राज्यसभा में भेज दिया गया था। मदन राठौड़ पीएम मोदी के पुराने परिचित हैं। लंबे समय से संगठन में सक्रिय राठौड़ ने बीजेपी के दिग्गज नेताओं के साथ काम किया हैं। जनसंघ से लेकर बीजेपी की यात्रा में शामिल रहे हैं। बीजेपी की पुरानी और नई पीढ़ी दोनों के साथ काम करने का अनुभव रखते हैं। राठौड़ मूल ओबीसी में घांची जाति से हैं। जानिए कौन हैं पाली सांसद पीपी चौधरीपाली से लगातार दूसरी बार लोकसभा पहुंचे। पीपी चौधरी का संसद में प्रदर्शन बेहद सराहनीय रहा है। पूर्व में भी 2015 और 2016 में भी संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित। वर्तमान में विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष एवं पहले संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष हैं। संसदीय क्षेत्र के वोटर्स में अच्छी पकड़ है। बीते लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के ब्रदीप्रसाद जाखड़ को पांच लाख से अधिक वोटों से पराजित किया। इन चुनाव में भाजपा सिंबल पर पीपी चौधरी को 9,00,149 मत मिले जबकि कांग्रेस टिकट पर चुनाव लडऩे वाले बद्रीराम जाखड़ को 4,18,552 मत मिले थे। पीपी चौधरी का संसद में लगातार सक्रिय रहना, मुद्दों को प्रभावशाली ढंग से उठाना और संसदीय बहसों में सहभागिता उन्हें विशेष बनाता है। अवॉर्ड सेरेमनी जुलाई में दिल्ली मेंयह प्रतिष्ठित सम्मान जुलाई के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में दिया जाएगा। समारोह में देशभर के जनप्रतिनिधियों, विशेषज्ञों और नागरिक समाज के सदस्यों की मौजूदगी रहेगी। संसद रत्न पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 2010 में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की उपस्थिति में हुई थी। अब तक 125 सांसदों को यह सम्मान मिल चुका है।
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