झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम के तहत गढ़वा जिले के मेराल में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए राज्य के सारे पूर्व सीएम बीजेपी में चले गए हैं। प्रधानमंत्री भी उनके साथ हैं। सारे लोग एक तरफ हैं और दूसरी तरफ मैं। लेकिन, मेरे साथ जनता का आशीर्वाद है।
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में चुनाव नजदीक हैं। ऐसे में हिंदू-मुस्लिम करने वाले षड्यंत्रकारी लोग राज्य में घूम रहे हैं। गुजरात, यूपी, महाराष्ट्र, हैदराबाद, चंडीगढ़, मध्य प्रदेश के लोग गांव-गांव दिखेंगे। ये लोग धन बल के दम पर भीड़ इकट्ठा करके जाति, धर्म, संप्रदाय का जहर घोलने का काम करेंगे। इन्हें चुनावी बोरे में भरकर जहां-जहां से ये आए हैं, वहां वापस भेजना होगा। वोट चोरी करने वालों को राज्य से खदेड़ना होगा।
केंद्र सरकार पर झारखंड के साथ सौतेले व्यवहार का आरोप लगाते हुए सोरेन ने कहा कि चार साल तक हम केंद्र के आगे नाक रगड़ते-रगड़ते थक गए, उन्होंने राज्य का बकाया नहीं दिया। जब हम झारखंड का अधिकार मांगते हैं तो ये हमें जेल में डाल देते हैं। तीन वर्ष तक हम केंद्र सरकार से गरीबों के लिए आवास की मांग करते रहे, लेकिन उन्होंने उसकी स्वीकृति नहीं दी। अब चुनाव नजदीक है तो इन्होंने कुछ आवास का झुनझुना दिखाया है। हम राज्य सरकार के अबुआ आवास के अंतर्गत 20 लाख आवास देने का काम कर रहे हैं।
सोरेन ने कहा कि हम यहां के गरीबों को पेंशन रूपी बुढ़ापे की लाठी और महिलाओं को सम्मान राशि देकर मजबूत करने का काम करते हैं, युवाओं को मजबूत करने का काम करते हैं, बच्चों के लिए अच्छे स्कूल बनाने का काम करते हैं, तो बीजेपी के पेट में दर्द होता है। अगले 5 वर्ष में हर घर को मजबूत करने का मेरा लक्ष्य है और हर घर में 1 लाख रुपए पहुंचाने का काम आपकी यह सरकार करेगी। हमने 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त की, साथ ही 200 यूनिट तक का बकाया बिजली बिल को भी माफ कर दिया है। लाखों लोगों को इससे लाभ मिला है। हमारी पहली प्राथमिकता है कि हम आर्थिक रूप से गांव को मजबूत करें, जब गांव मजबूत होगा तो राज्य खुद-ब-खुद मजबूत हो जायेगा।
उन्होंने झारखंड के विधानसभा चुनाव को अमीर और गरीब के बीच की लड़ाई बताते हुए कहा कि भाजपा के लोग जरूरत के समय आपके सामने हाथ फैलाने आते हैं और जब उनका काम पूरा हो जाता है तो दूध से मक्खी की तरह ये लोग गरीब-गुरूबा को फेंक देते हैं। यही इनका काम है। आने वाली यह लड़ाई अमीर और गरीब के बीच में होने जा रही है। यह लोग पैसे से परिवार, पार्टी और समाज भी तोड़ने का काम करेंगे। इनसे सावधान रहने की जरूरत है।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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