लाइव हिंदी खबर :- दुनिया के सबसे अमीर और चर्चित उद्योगपतियों में शामिल मेटा प्रमुख मार्क जुकरबर्ग और टेस्ला–स्पेसएक्स के सीईओ इलॉन मस्क की पहचान केवल बिज़नेस तक सीमित नहीं है। ये दोनों ही चेहरे टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया और ग्लोबल इकोनॉमी के सबसे बड़े प्रतीक माने जाते हैं। लेकिन इस ऊँचाई के साथ एक बड़ा खतरा भी जुड़ा हुआ है—सुरक्षा। हाल ही में आई रिपोर्ट्स बताती हैं कि दोनों अरबपतियों की सुरक्षा में करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं और विशेष इंतज़ाम किए जाते हैं।
साल 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, मार्क जुकरबर्ग की सुरक्षा पर मेटा ने करीब ₹221 करोड़ (27 मिलियन डॉलर) खर्च किए। यह रकम उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा, यात्रा, गार्ड्स और आधुनिक सुरक्षा तकनीकों पर खर्च की गई।
- जुकरबर्ग की सुरक्षा केवल घर या ऑफिस तक सीमित नहीं है, बल्कि पब्लिक अपीयरेंस और विदेश यात्राओं में भी उनके लिए विशेष इंतज़ाम किए जाते हैं।
- मेटा के बोर्ड का मानना है कि जुकरबर्ग की पहचान और उनकी पोज़िशन के चलते उन पर संभावित खतरे अधिक रहते हैं।
- कंपनी का यह भी कहना है कि जुकरबर्ग कंपनी का सबसे प्रमुख चेहरा हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना कंपनी और निवेशकों के हित में है।
वहीं दूसरी ओर, इलॉन मस्क की सुरक्षा भी बेहद कड़ी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा में लगभग 20 गार्ड्स तैनात रहते हैं, जो चौबीसों घंटे उनकी निगरानी करते हैं।
- मस्क के घर, ऑफिस और यात्रा के दौरान सुरक्षा गार्ड्स विशेष घेराबंदी करके उनकी रक्षा करते हैं।
- उनके सुरक्षा खर्च का सही आंकड़ा सार्वजनिक नहीं है, लेकिन अनुमान है कि यह भी सालाना करोड़ों डॉलर में पहुंचता है।
- टेस्ला और स्पेसएक्स जैसी कंपनियों से जुड़े बड़े फैसलों और मस्क के विवादित बयानों के कारण उनकी सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को हल्के में नहीं लेतीं।
इन दोनों उद्योगपतियों की सुरक्षा पर इतना बड़ा खर्च केवल उनकी अमीरी के कारण नहीं है। इसके पीछे कई गंभीर कारण हैं—
- जुकरबर्ग की सुरक्षा पर खर्च ₹221 करोड़ (27 मिलियन डॉलर) बताया गया है।
- मस्क की सुरक्षा लागत का आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है, लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह रकम भी जुकरबर्ग के बराबर या उससे अधिक हो सकती है, क्योंकि मस्क की सुरक्षा में गार्ड्स के साथ-साथ हाई-टेक सिक्योरिटी सिस्टम्स और निजी एयर ट्रैवल प्रोटेक्शन भी शामिल हैं।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि बड़े उद्योगपतियों की सुरक्षा अब केवल एक निजी मामला नहीं रह गया है।
- सामाजिक जिम्मेदारी: अरबपतियों की सुरक्षा से उनकी कंपनियों और लाखों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा है।
- राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव: इनके किसी भी फैसले से सरकारों और समाज पर गहरा असर पड़ सकता है।
- भविष्य की ट्रेंड: आने वाले समय में बड़े बिज़नेस लीडर्स की सुरक्षा पर खर्च और बढ़ सकता है, क्योंकि तकनीक के साथ-साथ खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं।
दिलचस्प बात यह है कि जुकरबर्ग और मस्क की सुरक्षा पर खर्च की खबरें जब सामने आती हैं, तो सोशल मीडिया पर अक्सर बहस छिड़ जाती है।
- कुछ लोग इसे ज़रूरी खर्च बताते हैं और कहते हैं कि इनकी सुरक्षा से लाखों-करोड़ों लोगों के हित जुड़े हैं।
- वहीं, कुछ आलोचक सवाल उठाते हैं कि क्या इतनी बड़ी रकम केवल एक व्यक्ति की सुरक्षा पर खर्च करना जायज़ है, जबकि दुनिया में गरीबी और सामाजिक समस्याएं बनी हुई हैं।
You may also like
अनूपपुर: अमरकंटक जवाहर नवोदय विद्यालय के 9वीं के छात्र ने लगाई फासी
सिवनीः सिवनी पुलिस की गुंडा परेड, अवैध कार्यों में संलग्न 80 से अधिक आरोपितों की परेड कराई गई
ग्रेटर नोएडा दहेज हत्या मामला : राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान, यूपी पुलिस को 3 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश
सैयदा हमीद के 'बांग्लादेशी प्रेम' पर भाजपा का हमला, कहा- अपने घर में क्यों नहीं रख लेतीं
डाक विभाग ने 'लालबागचा राजा' के नाम विशेष पोस्टकार्ड जारी किया, मंडल ने जताया गर्व