लाइव हिंदी खबर :- केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने शनिवार को हिंदी दिवस के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन हमें अपनी मातृभाषा और उसके गौरवशाली इतिहास की याद दिलाता है। यादव ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने हिंदी को राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए देवनागरी प्रचारिणी समिति का गठन किया था।
जिसका उद्देश्य हिंदी को आम जनता की जुबान और राष्ट्र की पहचान बनाना था। उन्होंने बताया कि आज हिंदी केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी अलग पहचान बना चुकी है। हिंदी में साहित्य, पत्रकारिता, सिनेमा और तकनीकी क्षेत्र में लगातार प्रगति हो रही है। यादव ने आगे कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हमें हिंदी का सम्मान करना चाहिए और रोजमर्रा की जिंदगी में और अधिक इसे बढ़ावा देना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि वह मातृभाषा हिंदी को आगे बढाते हुए सम्मान करते हुए दूसरी भाषा का भी आदर करें। उन्होंने कहा कि भाषा केवल संवाद का साधन नहीं बल्कि हमारी संस्कृति और सभ्यता का दर्पण है। इस अवसर पर स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। विद्यार्थियों ने कविताएं और भाषण प्रस्तुत किये। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने माहौल को और उत्सवमय बना दिया। भूपेंद्र ने अंत में कहा कि हिंदी दिवस हमें याद दिलाता है कि राष्ट्र की एकता और पहचान के लिए मातृभाषा की भूमिका कितनी जरूरी होती है।
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