अमेरिकी मुद्रास्फीति के ताज़ा आंकड़ों से फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ने के बाद बुधवार को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 0.22 प्रतिशत या 179 अंक चढ़कर 80,414 अंक पर पहुंचा, जबकि निफ्टी 70 अंक या 0.29 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,557 अंक पर रहा।
मिडकैप और स्मॉलकैप में तेज़ी
बेंचमार्क इंडेक्स के मुकाबले व्यापक बाजार सूचकांकों का प्रदर्शन बेहतर रहा। बीएसई स्मॉलकैप में 0.65 प्रतिशत और बीएसई मिडकैप में 0.64 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। सेक्टोरल इंडेक्स में निफ्टी मेटल 1.57 प्रतिशत और निफ्टी रियल्टी 0.76 प्रतिशत ऊपर रहे। अन्य सूचकांकों में मामूली उतार-चढ़ाव 0.10 से 0.40 प्रतिशत के बीच देखा गया।
टॉप गेनर्स और लूज़र्स
निफ्टी में अपोलो हॉस्पिटल्स 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ सबसे आगे रहा। इसके बाद हिंडाल्को और टाटा मोटर्स टॉप गेनर्स में शामिल रहे। वहीं, मारुति सुजुकी 0.51 प्रतिशत फिसलकर टॉप लूज़र बना, जबकि टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक में भी मामूली गिरावट दर्ज की गई।
विश्लेषकों की राय और टेक्निकल लेवल्स
विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कठोर टैरिफ और अमेरिका-भारत संबंधों में तनाव ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया है। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा कि धीमी आय वृद्धि, उच्च मूल्यांकन और वित्त वर्ष 26 के लिए 8-10 प्रतिशत आय वृद्धि के अनुमान ने बियरिश पोजीशन बढ़ाई हैं। हालांकि, अचानक सेंटीमेंट बदलने पर शॉर्ट कवरिंग से तेज़ सुधार संभव है।
चॉइस ब्रोकिंग की अमृता शिंदे के अनुसार, डेली चार्ट पर एक लंबी अपर विक के साथ बियरिश कैंडल बनना, ऊपरी स्तरों पर बिकवाली के दबाव का संकेत है। उन्होंने प्रमुख सपोर्ट स्तर 24,400 और 24,300 बताए, जिनके नीचे जाने पर निफ्टी 24,000 के पास जा सकता है। तत्काल रेज़िस्टेंस 24,600 पर देखा जा रहा है।
वैश्विक संकेत और एफआईआई-डीआईआई की गतिविधि
अमेरिकी महंगाई आंकड़ों के बाद एशिया-प्रशांत बाजारों में मजबूती देखी गई। डाउ जोंस 1.11 प्रतिशत, एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.13 प्रतिशत और नैस्डैक 1.39 प्रतिशत चढ़े। जापान का निक्केई 2.46 प्रतिशत की बढ़त के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.44 प्रतिशत और शेन्जेन कंपोजिट में 1.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हांगकांग का हैंग सेंग 1.81 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.63 प्रतिशत ऊपर रहा।
मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने 3,398.80 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 3,507.93 करोड़ रुपए की खरीदारी की।
भारतीय बाजार में शुरुआती बढ़त फिलहाल ग्लोबल पॉज़िटिव सेंटीमेंट और मेटल शेयरों की मज़बूती पर टिकी है, लेकिन विश्लेषक मानते हैं कि तकनीकी स्तरों पर दबाव और अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक कारक निकट भविष्य में अस्थिरता ला सकते हैं।
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