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घर पर स्किन केयर करते समय बरतें ये सावधानियाँ, जानिए क्या लगाना है और क्या नहीं

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पिछले कुछ वर्षों में DIY (Do It Yourself) स्किन केयर का ट्रेंड तेजी से लोकप्रिय हुआ है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, DIY स्किन केयर में लोग घरेलू और प्राकृतिक सामग्रियों की मदद से खुद सौंदर्य उत्पाद बनाकर त्वचा की देखभाल करते हैं। ये उत्पाद आमतौर पर इंटरनेट या किताबों में दी गई विधियों और सुझावों के आधार पर तैयार किए जाते हैं। DIY के तहत लोग फेस मास्क, क्लींजर, हेयर ऑयल और स्क्रब जैसे ब्यूटी प्रोडक्ट्स घर पर ही बनाते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों की मानें तो यह ज़रूरी नहीं कि हर प्राकृतिक चीज हर व्यक्ति की त्वचा के लिए सुरक्षित और फायदेमंद हो। कुछ प्राकृतिक तत्व भी त्वचा को नुकसान पहुँचा सकते हैं, खासकर तब जब उनका सही तरीके से उपयोग न किया गया हो या वे आपकी त्वचा के अनुकूल न हों।

जर्नल ऑफ डर्मेटोलॉजी एंड स्किन केयर में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, DIY सौंदर्य उत्पाद भले ही कम लागत में तैयार हो जाते हों, लेकिन इनकी सामग्री हर किसी की त्वचा के लिए सुरक्षित नहीं होती। चूंकि हर व्यक्ति की त्वचा की प्रकृति अलग होती है, इसलिए DIY प्रोडक्ट्स के उपयोग से एलर्जी या त्वचा में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कॉस्मेटिक साइंस में प्रकाशित एक और अध्ययन यह बताता है कि इन घर पर बने उत्पादों में आमतौर पर प्रिज़र्वेटिव्स नहीं होते। इसी कारण से वे जल्दी खराब हो सकते हैं और उनका इस्तेमाल त्वचा संक्रमण का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए, DIY ब्यूटी प्रोडक्ट्स का उपयोग करते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।

सही जानकारी है बेहद जरूरी

निम्स मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डर्मेटोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ऋषभ राज शर्मा का कहना है, “आजकल सोशल मीडिया और इंटरनेट पर DIY स्किन केयर से जुड़ी कई टिप्स मौजूद हैं, लेकिन ये सभी न तो प्रभावी होती हैं और न ही सुरक्षित। हर घरेलू चीज त्वचा के लिए लाभकारी नहीं होती। इसलिए ज़रूरी है कि हम अपनी त्वचा पर इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों की पूरी जानकारी रखें और कुछ हानिकारक तत्वों से दूर रहें।”



क्या हो सकते हैं DIY स्किन केयर से नुकसान


1. एलर्जी और जलन


हर किसी की त्वचा की प्रकृति अलग होती है—कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील (सेंसिटिव) होती है, तो कुछ की बेहद रूखी। ऐसे में खट्टी या एसिडिक सामग्री जैसे नींबू, टमाटर, और सिरका त्वचा पर लगाने से तेज़ जलन, लालिमा या रैशेज़ हो सकते हैं। इन सामग्रियों में एसिडिक गुण होते हैं जो संवेदनशील त्वचा पर प्रतिक्रिया कर सकते हैं और लंबे समय तक त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।


2. पीएच असंतुलन

त्वचा का प्राकृतिक पीएच स्तर आमतौर पर 4.5 से 5.5 के बीच होता है, जो इसे बैक्टीरिया और इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है। जब हम नींबू, बेकिंग सोडा या अन्य तेज पीएच वाली सामग्री चेहरे पर लगाते हैं, तो यह संतुलन बिगड़ सकता है। इसका परिणाम हो सकता है: त्वचा का रूखापन, एक्ने, खुजली और जलन।

3. संक्रमण का खतरा

DIY स्किन केयर प्रोडक्ट्स में आमतौर पर प्रिजर्वेटिव्स (रक्षा करने वाले तत्व) नहीं होते, जिससे इनका शेल्फ-लाइफ बहुत कम हो जाता है। ऐसे उत्पादों में जल्दी बैक्टीरिया और फंगस पनप सकते हैं। यदि इन्हें बार-बार उपयोग किया जाए तो यह त्वचा को संक्रमित कर सकते हैं और त्वचा पर फोड़े-फुंसियां या इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है।

4. असमान असर

घरेलू स्किन केयर रेसिपीज़ में किसी चीज़ की सटीक मात्रा तय नहीं होती, जिससे परिणाम हर बार अलग हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, अधिक नींबू मिलाने पर जलन हो सकती है और कम डालने पर असर ही नहीं होगा। ऐसे में यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि कौन सा मिश्रण वास्तव में त्वचा के लिए प्रभावी और सुरक्षित है।

इन्हें बनाएं DIY स्किन केयर का हिस्सा

1. एलोवेरा जेल

एलोवेरा प्राकृतिक रूप से एंटी-इंफ्लेमेटरी और हाइड्रेटिंग होता है। यह त्वचा को ठंडक प्रदान करता है और जलन, धूप की जलन (सनबर्न), एक्ने और रूखापन जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक है। फ्रेश एलोवेरा जेल को आप सीधा पौधे से निकालकर चेहरे पर लगा सकते हैं।

2. शहद

शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा की गहराई से सफाई करते हैं और बैक्टीरिया को दूर रखते हैं। यह त्वचा को नमी देने के साथ-साथ उसे मुलायम और चमकदार बनाता है। आप शहद को फेस पैक में या क्लींजर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

3. दही

दही में मौजूद लैक्टिक एसिड एक प्राकृतिक एक्सफोलिएंट की तरह काम करता है, जो डेड स्किन सेल्स हटाता है और त्वचा को निखारता है। इसके अलावा दही त्वचा को मुलायम बनाता है और त्वचा की टोन को भी सुधारने में मदद करता है। दही में हल्दी या बेसन मिलाकर लगाया जा सकता है।

4. नारियल तेल

नारियल तेल में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं। यह विशेष रूप से ड्राय और सेंसिटिव स्किन वालों के लिए लाभकारी है। यह त्वचा की गहराई से नमी बनाए रखता है और छोटे कट्स या घावों को भी भरने में मदद करता है। रात में नारियल तेल लगाकर सोना त्वचा को बेहद सॉफ्ट बना देता है।

DIY स्किन केयर में इन चीज़ों से रखें दूरी


1. नींबू – त्वचा को बना सकता है अधिक संवेदनशील

नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड त्वचा के लिए काफी तीखा हो सकता है। इसे सीधे चेहरे पर लगाने से त्वचा की ऊपरी परत कमजोर हो सकती है, जिससे सनबर्न, जलन, रैशेज और हाइपरपिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है। खासकर, जब नींबू लगाने के बाद सूरज की रोशनी में जाएं, तो फाइटोफोटोडर्मेटाइटिस नामक स्किन रिएक्शन हो सकता है, जो त्वचा पर जले के समान दाग छोड़ सकता है।

2. बेकिंग सोडा – त्वचा का पीएच बिगाड़ सकता है

बेकिंग सोडा को कई लोग एक्सफोलिएटर के रूप में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह त्वचा के नेचुरल पीएच संतुलन (4.5-5.5) को बिगाड़ सकता है। इससे त्वचा रूखी, खिंची-खिंची और संवेदनशील महसूस होने लगती है। लंबे समय तक इसका प्रयोग स्किन की सुरक्षा करने वाली बाहरी परत को कमजोर कर सकता है, जिससे बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
3. टूथपेस्ट – मुहांसों पर नुकसानदायक

DIY उपायों में अक्सर मुहांसों पर टूथपेस्ट लगाने की सलाह दी जाती है, लेकिन यह त्वचा के लिए सुरक्षित नहीं होता। टूथपेस्ट में मौजूद फ्लोराइड, पुदीना, अल्कोहल और अन्य रसायन त्वचा को जलन पहुंचा सकते हैं। इससे त्वचा अत्यधिक रूखी हो जाती है और कुछ मामलों में एलर्जी या रिएक्शन भी हो सकता है। बार-बार इसका उपयोग करने से त्वचा की प्राकृतिक नमी खत्म हो सकती है।

4. शुगर स्क्रब – चेहरे की नाजुक त्वचा के लिए खतरनाक

शरीर के लिए शुगर स्क्रब फायदेमंद हो सकता है, लेकिन चेहरे की त्वचा बहुत कोमल होती है। चीनी के दाने मोटे और खुरदरे होते हैं, जिन्हें रगड़ने से स्किन पर सूक्ष्म कट (micro tears) आ सकते हैं। इससे स्किन में जलन, लालिमा और इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है, खासकर अगर पहले से मुहांसे या स्किन इर्रिटेशन की समस्या हो।

5. सिरका – तेज अम्लीयता से जलन का खतरा

एप्पल साइडर विनेगर जैसे सिरके को स्किन टोनिंग के लिए प्रयोग किया जाता है, लेकिन इसे बिना पानी में मिलाए लगाना त्वचा को जला सकता है। सिरके का पीएच बहुत कम होता है, जिससे स्किन पर तेज जलन, रैशेज और कुछ मामलों में त्वचा का छिलना या घाव होना भी संभव है। संवेदनशील त्वचा वालों को इससे खासतौर पर सावधान रहना चाहिए।

6. अंडा – संक्रमण फैलाने का खतरा

डीआईवाई फेस मास्क में अंडे के सफेद हिस्से का उपयोग स्किन को टाइट बनाने के लिए किया जाता है, लेकिन इसमें मौजूद बैक्टीरिया, जैसे सल्मोनेला, त्वचा संक्रमण फैला सकते हैं। यदि त्वचा पर पहले से कोई कट, जलन या पिंपल हो, तो अंडा लगाने से स्थिति और खराब हो सकती है। एक्ने-प्रोन स्किन के लिए अंडा पूरी तरह से हानिकारक हो सकता है।

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