दोस्तो ज्योतिष शास्त्र में नारियल को बहुत ही पवित्र माना जाता हैं, किसी भी प्रकार अनुष्ठान, पूजा, शुभ कार्य चाहे वह कोई त्योहार हो, शादी हो, गृह प्रवेश हो या कोई नया व्यवसाय हो, शुरू करने से पहले नारियल फोड़ने की प्रथा। यह अनुष्ठान केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि इसके गहरे आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अर्थ हैं आइए जानते है इसके बारे में पूरी डिटेल्स-

समर्पण और पवित्रता का प्रतीक
इसका कठोर बाहरी आवरण अभिमान और नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रतीक है, जबकि इसे फोड़ना अहंकार का त्याग और विनम्रता के साथ कार्य आरंभ करने का प्रतीक है। नारियल का सफेद आंतरिक भाग शुद्ध हृदय और सत्यनिष्ठा का प्रतीक माना जाता है, जो हमें याद दिलाता है कि हम जो भी कार्य आरंभ करें, उसमें ईमानदारी और निष्ठा बनाए रखें।
बुराई से सुरक्षा
नारियल का कठोर आवरण बुरी शक्तियों से रक्षा करने वाला कवच भी माना जाता है। यही कारण है कि नारियल का उपयोग अक्सर पूजा-पाठ, यज्ञ और यहाँ तक कि किसी नए व्यवसाय या यात्रा जैसे कार्य को शुरू करने से पहले भी किया जाता है।

देवताओं को प्रिय
नारियल को देवताओं को अर्पित किए जाने वाले सबसे प्रिय भोगों में से एक माना जाता है। इसका जल और फल पवित्र माने जाते हैं और पवित्रता, समृद्धि और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।
सकारात्मकता और सफलता का वाहक
एक और महत्वपूर्ण मान्यता यह है कि नारियल फोड़ने से जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं। जिस प्रकार नारियल का छिलका फोड़ने से उसके अंदर का पौष्टिक फल प्रकट होता है, उसी प्रकार यह अनुष्ठान बाधाओं को दूर करता है और सुखद शुरुआत का मार्ग प्रशस्त करता है।
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