नई दिल्ली, 15 अप्रैल . भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 820.93 अरब डॉलर की वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात किया है. इसमें सालाना आधार पर 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वित्त वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 773 अरब डॉलर पर था. यह जानकारी वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल की ओर से मंगलवार को दी गई.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 में वस्तु निर्यात बढ़कर 437.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जबकि गैर-पेट्रोलियम निर्यात 6 प्रतिशत बढ़कर 374.08 अरब डॉलर हो गया है.
हालांकि, मार्च में व्यापार घाटा बढ़कर 21.54 अरब डॉलर हो गया है, जो कि फरवरी में 14.05 अरब डॉलर था.
मार्च में वस्तुओं का निर्यात मामूली रूप से 0.7 प्रतिशत बढ़कर 41.97 अरब डॉलर हो गया है. वहीं, वस्तुओं का आयात 11.3 प्रतिशत बढ़कर 63.51 अरब डॉलर हो गया है.
मार्च में इससे पिछले महीने के मुकाबले, निर्यात में 13.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि आयात में 24.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
ये आंकड़े ऐसे समय में सामने आए हैं जब वैश्विक बाजारों में अमेरिकी टैरिफ में बढ़ोतरी के कारण अफरातफरी मची हुई है. भारत द्विपक्षीय व्यापार समझौते के लिए अमेरिका के साथ बातचीत कर रहा है. हालांकि, अमेरिका ने 90 दिनों की अवधि के लिए टैरिफ वृद्धि को रोक दिया है.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते का पहला चरण डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा तय 90 दिनों की टैरिफ-रोक अवधि के भीतर पूरा होने की संभावना है.
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, समझौते की शर्तों को अंतिम रूप दे दिया गया है और आगे की बातचीत मुख्य रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली है. हालांकि यदि आवश्यक हुआ तो भारतीय अधिकारी वाशिंगटन का दौरा कर सकते हैं या अमेरिकी अधिकारी दिल्ली आ सकते हैं.
अधिकारियों ने कहा कि भारत अमेरिका का एक विश्वसनीय साझेदार रहा है और इस तरह कदमों से उसकी छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
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एबीएस/
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