लखनऊ, 12 जुलाई . केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने Saturday को समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कांवड़ यात्रा में डीजे और माइक पर प्रतिबंध की मांग की थी.
समाचार एजेंसी से बातचीत में उन्होंने अखिलेश यादव पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे बयान देकर वह केवल एक समुदाय को खुश करने की कोशिश करते हैं. अगर इतनी हिम्मत है, तो हजरत मीर जैसे मुद्दों पर भी बोलें.
उन्होंने कांवड़ यात्रा और भारत की सांस्कृतिक धरोहर पर विचार साझा किए और कहा कि भारत 12 ज्योतिर्लिंगों और शंकराचार्य की तरफ से स्थापित सांस्कृतिक परंपराओं वाला देश है. काशी को विश्व की सबसे प्राचीन नगरी बताते हुए उन्होंने गंगा के तट पर बसे इस क्षेत्र की महत्ता पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि हरिद्वार से गंगा जल लाकर स्थानीय मंदिरों में चढ़ाने की परंपरा को सभी को समर्थन देना चाहिए. उन्होंने उत्तर प्रदेश के Chief Minister योगी आदित्यनाथ द्वारा कांवड़ यात्रा के लिए की गई तैयारियों की सराहना की और कहा कि Chief Minister के नेतृत्व में कांवड़ियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. इस दिशा में कई तरह के सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं. Chief Minister की तरफ से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कांवड़ियों को मार्ग में कोई बाधा नहीं हो.
उन्होंने कांवड़ यात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए आग्रह किया कि भीड़ की मानसिकता से बचें और सहिष्णुता बरतें. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना पुलिस का काम है, न कि डीजे और माइक को नियंत्रित करना.
बघेल ने कांवड़ यात्रा को भारत की सभ्यता, संस्कृति, धर्म और आध्यात्मिकता का प्रतीक बताया और कहा कि यह यात्रा भारतीय साहित्यिक और धार्मिक परंपराओं को मजबूत करती है. सनातन धर्म सहिष्णु है और इसे कमजोरी नहीं समझना चाहिए.
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एसएचके/एबीएम
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