बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने समर्थकों की उस भावना पर पहली बार खुलकर बात की है, जिसमें उन्हें लगातार मुख्यमंत्री चेहरा बताया जा रहा है।
चिराग पासवान ने साफ-साफ कहा है कि उनके समर्थक चाहते हैं कि वो CM बनें तो इसमें गलत क्या है। ऐसे में सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी है कि क्या बिहार में इस बार सीएम नीतीश कुमार की कुर्सी NDA गठबंधन में ही छिन जाएगी।
एनडीटीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में चिराग पासवान ने साफ कहा, ”अगर मेरे समर्थक चाहते हैं कि वे मुख्यमंत्री बनें, तो इसमें गलत क्या है।” चिराग पासवान ने कहा कि किसी भी राजनीतिक कार्यकर्ता को अपने नेता के बारे में ऊंचा सोचने का हक है।
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि वो चाहते थे कि उनके पिता रामविलास पासवान बिहार के मुख्यमंत्री बनें।
चिराग पासवान बोले- ‘मैं अपने कार्यकर्ता का सम्मान करता हूं’
चिराग पासवान ने उदाहरण देते हुए कहा कि वे खुद चाहते थे कि उनके पिता रामविलास पासवान न सिर्फ बिहार के मुख्यमंत्री बनें, बल्कि देश के प्रधानमंत्री तक पहुंचें। ऐसे में अगर कार्यकर्ता उन्हें सीएम की कुर्सी पर देखना चाहते हैं तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “अगर मेरे कार्यकर्ता मेरे बारे में यह सोच रखते हैं, तो मैं इसे सम्मान की नजर से देखता हूं। अगर किसी दल के कार्यकर्ताओं में अपने नेता के लिए ऐसी महत्वाकांक्षा ही नहीं है, तो उस नेता को खुद सोचना चाहिए।”
नीतीश कुमार के CM बने रहने पर क्या बोले चिराग पासवान?
हालांकि चिराग पासवान ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि मौजूदा हालात में मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि जब आप गठबंधन का हिस्सा होते हैं, तो गठबंधन की प्राथमिकता सबसे ऊपर होती है।
चिराग पासवान ने कहा, “आज की तारीख में गठबंधन ने यह तय कर लिया है कि हम मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में इन चर्चाओं की कोई प्रासंगिकता नहीं है। मैं उन कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करता हूं, लेकिन जब वैकेंसी ही खाली नहीं है तो इस पर बहस का कोई मतलब नहीं।”
सीट बंटवारे पर चिराग पासवान ने दिया बड़ा बयान
एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर जब उनसे सवाल पूछा गया तो चिराग ने कहा कि सार्वजनिक मंच पर सीटों की संख्या बताना गठबंधन धर्म के खिलाफ होगा। हालांकि उन्होंने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी हर हिस्से में प्रभाव रखती है। चिराग ने कहा, “मेरे पास जातीय समीकरण से आगे बढ़कर पूरे बिहार में असर है। मैं किसी भी विधानसभा क्षेत्र में फर्क डाल सकता हूं।”
चिराग पासवान बोले- ‘मेरी पार्टी बिहार में नमक की तरह है’
चिराग पासवान ने अपनी पार्टी को सब्जी में नमक की तरह बताया। उन्होंने कहा कि जैसे बिना नमक सब्जी का स्वाद अधूरा होता है, वैसे ही उनकी पार्टी हर सीट पर वोट को प्रभावित करने की ताकत रखती है।
उन्होंने यह भी माना कि लोकसभा चुनाव में एनडीए की जीत का बड़ा कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा था। लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि सहयोगी दलों की भूमिका भी अहम रही। “प्रधानमंत्री मेरे साथ हैं, यही मेरी सबसे बड़ी ताकत है,” उन्होंने कहा।
चिराग पासवान का यह बयान साफ करता है कि वे खुद को बिहार की राजनीति में गंभीर दावेदार मानते हैं। हालांकि उन्होंने गठबंधन की मजबूरी को समझाते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व को चुनौती देने से परहेज किया। लेकिन यह भी संकेत दिया कि भविष्य में उनके समर्थकों की यह चाहत और भी जोर पकड़ सकती है।
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