भारत सदैव खाने पीने के मामले में समृद्ध रहा है। यहां पर विभिन्न प्रकार की फल सब्जियां व अनाज की खेती होती है। भारतीय इतिहास में खाने पीने की परंपरा अत्यंत गौरवशाली मानी जाती है। हम जिस प्रकार का खाना खाते हैं, हमारे शरीर को भी उसी प्रकार की एनर्जी प्राप्त होती है।
भारत में विभिन्न प्रकार के फल सब्जियों व अनाज के उगने के साथ-साथ दूसरे देशों से भी कई प्रकार के फूड प्रोडक्ट्स का आयात किया जाता है। आजकल भारतीय बाजारों में कुछ खतरनाक चीज बिकने लगी है जिनको फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा बन कर दिया गया है।
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया भारतीय बाजारों में मिलने वाले फूड प्रोडक्ट्स पर निगरानी रखता है। यदि किसी भी फूड प्रोडक्ट में कोई हानिकारक चीज मिलती है तो उसे फौरन बंद कर दिया जाता है।
आज के आलेख में हम आपको बताएंगे ऐसे 10 फूड प्रोडक्ट्स के बारे में जिन्हें फूड रेगुलेटर अथॉरिटी में हानिकारक पाए जाने पर बैन किया है। किंतु उसमें से कुछ प्रोडक्ट अपनी सामग्री में बदलाव करके दोबारा बिकने लगे हैं।
चाइनीस मिल्क और मिल्क प्रोडक्टटी ओ आई की रिपोर्ट के अनुसार चीनी मिल्क और उनसे बने प्रोडक्ट्स भारत में 2008 में बैन कर दिए गए हैं। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (FSSAI) ने इसके अंदर मेलामाइन नाम का एक टॉक्सिक केमिकल पाया था जिसे प्रोटीन का लेवल बढ़ाने के लिए डाला जाता है। अब भारत में इसका आयात और बिक्री नहीं की जा सकती।
फलों का आर्टिफिशियल रिपिंग एजेंटबाजारों में फलों की सप्लाई को बढ़ाने के लिए उन्हें आर्टिफिशियल तरह से पकाया जाता है। कैल्शियम, कार्बाइड और एथिलीन गैस को कैंसर का कारण माना जाता है। इसे खाने से शरीर बहुत जल्दी खराब हो सकता है। इन सभी का इस्तेमाल और इसके द्वारा पके फलों की बिक्री पर भारतीय बाजारों में प्रतिबंध लगाया गया है।
चीनी लहसुनभारत में में चीन से लहसुन भी आयात होता था जिसमें पेस्टिसाइड का हाई लेवल पाया गया था। इस वजह से 2019 में इसके आयात को प्रतिबंधित कर दिया गया। पेस्टिसाइड एक प्रकार का खतरनाक किस्म का केमिकल होता है जो कैंसर जैसी बीमारी को जन्म दे सकता है।
एनर्जी ड्रिंकपिछले कुछ समय से भारत में कई प्रकार की एनर्जी ड्रिंक बिकने लगी है जिसके अंदर कैफीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जिससे व्यक्ति को तुरंत एनर्जी मिल जाती है। किंतु इसी प्रकार के एक पॉप्युलर ड्रिंक पर एफएसएसएआई द्वारा बैन लगाया जा चुका है। बाद में इसमें इनग्रेडिएंट्स का बदलाव करके इसकी बिक्री दोबारा शुरू कर दी गई। किंतु इसके इस्तेमाल से शरीर खराब हो सकता है व कैंसर और डायबिटीज जैसी आदि बीमारियां हो सकती हैं।
Sassafras तेलकई प्रकार के तेल हमारे शरीर के लिए अधिक खतरनाक होते हैं जिसमें से एक Sassafras तेल भी है। एफएसएसएआई द्वारा 2003 में इसे बैन कर दिया गया था, क्योंकि इसके अंदर हाई यूरिक एसिड पाया जाता है।
इनके अलावा भारत में बैन 5 फूड- जेनेटिकली मोडिफाइड फूड्स
- पोटेशियम ब्रोमेट
- फोई ग्रास
- ब्रॉमिनेटेड वेजिटेबल ऑयल
- रैबिट मीट
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