Nikki Hatyakand Greater Noida: उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के निक्की पायला हत्याकांड से पूरा देश बौखलाया हुआ है. हर किसी की जुबान पर बस एक ही बात है- दरिंदों को फांसी दो. या उन्हें भी जिंदा जला दो. निक्की के परिवार को उम्मीद है कि उनकी बेटी को न्याय जरूर मिलेगा. पिता भिखारी सिंह ने कहा- ऐसे लोगों के घर बुलडोजर चलना चाहिए. हम बस दामाद और ससुरालियों को फांसी हो, बस यही डिमांड करते हैं. निक्की के पिता से Tv9 भारतवर्ष ने भी बातचीत की. सवाल पूछा गया कि अगर निक्की को वो लोग बार-बार दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे तो आप उसे घर वापस क्यों नहीं ले आए?
इस सवाल के जवाब में निक्की के पिता बोले- हमारे यहां समाज बैठता है. पहले वही फैसला करता है कि क्या करना है और क्या नहीं. जब मुझे पता चला था कि निक्की को परेशान किया जा रहा है, तो मैं उसे घर ले आया. तब यहां पंचायत बैठी. दामाद विपिन भाटी और उसके परिवार को भी बुलाया गया. तब उन्होंने कहा कि हम अब निक्की को परेशान नहीं करेंगे. इस पर पंचायत में फैसला हुआ कि निक्की को अब ससुराल भेज देना चाहिए. लेकिन बाद में भी दामाद और सास लगातार मेरी बेटी को परेशान करते रहे.
पूछा कि पुलिस से मदद क्यों नहीं ली? इस पर बोले- हमें लगा कि पंचायत के फैसले के बाद वो लोग निक्की को परेशान करना बंद कर देंगे. पता होता कि वो नहीं सुधरेंगे तो मैं कभी बेटी को वापस न भेजता. भिखारी सिंह बोले- मेरी बेटी को हमने नाजों से पाला था. वो कोई उनपर बोझ नहीं थी. दोनों बेटियों को हमने डीपीएस स्कूल में पढ़ाया है. हमने शादी भी धूमधाम से की. ससुरालियों की हर डिमांड मांगी. जो उन्होंने मांगा वो सब दिया. निक्की तो खुद अच्छा कमाती थी. उसने ब्यूटिशियन का कोर्स किया था. वो महीने के 1 लाख रुपये कमा लेती थी. मगर वो पैसा भी विपिन रख लेता था क्यों वो खुद कुछ भी काम नहीं करता था. बस घूमना फिरना और लड़कियां पटाना, यही काम था उसका.
‘विपिन की गर्लफ्रेंड्स से मतलब नहीं’
जब निक्की के पिता से पूछा गया कि आप पुलिस-प्रशासन और सरकार से क्या मांग करते हैं तो जवाब दिया- योगी जी हमेशा कहते हैं कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ. अब जब बेटियों के साथ ऐसा हो रहा है तो बुलडोजर विपिन जैसे लोगों के घर पर ही चलना चाहिए. उन्हें फांसी होनी चाहिए. हमें विपिन की गर्लफ्रेंड्स से कोई मतलब नहीं. सजा बस विपिन और उसके परिवार को होनी चाहिए. हर बाप का फर्ज होता है बेटी को अच्छी तालीम देना. हमने माता-पिता का पूरा फर्ज निभाया. शादी के बाद तो बेटी ससुराल वालों की अमानत होती है. वो बाद में उनकी बेटी होती है. ससुराल वालों को उसे बेटी की तरह रखना चाहिए. मगर मेरी बेटी को तो जल्लादों ने दहेज के लिए ही मार डाला.
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