इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के मुताबिक इंडिया में करीब 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज एवं 2.5 करोड़ प्री-डायबिटीज के मरीज हैं। बीते कुछ वर्षों में डायबिटीज पीड़ित लोगों के लिए कई प्रो़डक्ट्स बने हैं। इनमें इंसुलिन, सप्लिमेंट्स और कैप्सूल जैसी चीजें शामिल हैं। ये ब्लड शुगर लेवल और उनके लक्षणों को बैलेंस करने का काम करते हैं।
अधिकतर लोग ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए नैचुरल और आयुर्वेदिक उपचार लेना पसंद करते हैं। कुछ इससे अनजान रहते हैं तो कुछ के लिए सोल्युशन बेहद कठिन या स्वाद में कड़वा होता है। इस स्थिति में आयुर्वेदिक समाधान कपिवा का डाय फ्री जूस डायबिटीज और प्री-डायबिटीज मरीजों के लिए वरदान से कम नहीं है।
डायबिटीज मरीज के लिए वरदान है ये ड्रिंकद कपिवा एकेडमी ऑफ आयुर्वेद (Kapiva Academy of Ayurveda) के एक्सपार्ट्स ने डाय़ फ्री जूस (Dia Free Juice) लॉन्च किया है। इसे पीकर प्री-डायबिटीज और डायबिटीज मरीज अपनी शुगर कंट्रोल कर सकते हैं। बताते चलें कि कपिवा भारत में सबसे फास्ट बढ़ता ई-कॉमर्स ब्रांड है। इस ब्रांड ने भारतीयों की लाइफस्टाइल को ध्यान में रखते हुए कई सफल आयुर्वेदिक प्रो़डक्ट्स लॉन्च किए हैं।
30 साल का आयुर्वेदिक चिकित्सक अनुभव रखने वाले कपिवा एकेडमी ऑफ आयुर्वेद (Kapiva Academy of Ayurveda) के सदस्य डॉ आनंद द्विवेदी इस बारे में कहते हैं –
ऐसे काम करता है कपिवा का डाय़ फ्री जूसडायबिटीज एक जीवनभर चलने वाली बीमारी है। इसका सही तरीके से और सही समय पर इलाज स्टार्ट कर दिया जाए तो इससे बच जा सकता है। हम आयुर्वेद में कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉल्जिम को बढ़ाकर ब्लड शुगर लेवल कम करते हैं। इसके लिए करेला, आंवला, जामुन और गिलोय के कॉम्बिनेशन वाले जूस का इस्तेमाल होता है। करेला लिवर फंक्शन के लिए भी अच्छा होता है। वहीं जामुन कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करते है और पेशाब (urination) की समस्या में राहत देता है। डाय फ्री जूस को हमारी टीम ने डायबिटीज मरीजों की सभी समस्याओं को ध्यान में रखकर बनाया है।
कपिवा डाय़ फ्री जूस 11 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का एक रिसर्च बैक्ड मिश्रण है। इसमें करेला, आंवला, गिलोय, जामुन, नीम और गुड़मार जैसी चीजें शामिल हैं। इन जड़ी-बूटियों से रक्त शर्करा के लेवल को कंट्रोल करने में सहायता मिलती है। इस हर्बल रस के नियमित सेवन से बॉडी को संपूर्ण पोषण प्राप्त होता है। कपिवा डाय फ्री जूस खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर एवं हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखता है।
एक्सपर्ट न्यूट्रिशनिस्ट नमामी अग्रवाल कहती हैं कि मधुमेह कंट्रोल करने के लिए सही भोजन, सही अंतराल पर खाना जरूरी है। सही खान-पान, व्यायाम, नींद के साथ मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए थोड़ा सा सपोर्ट देकर मधुमेह को कंट्रोल में रखा जा सकता है। कपिवा के डाय़ फ्री जूस में करेला अहम समार्गी है।
इसके अंदर पॉलीपेप्टाइड-पी नामक एक यौगिक होता है, जो इंसुलिन के बराबर होता है। करेला, गिलोय और जामुन जैसी चीजों को डायबिटीज के मरीजों को अपने डाइट चार्ट में जरूर शामिल करना चाहिए। ये मधुमेह कंट्रोल करने में बेहद लाभकारी होते हैं।
ग्राहक कर रहे तारीफकपीवा डाय़ फ्री जूस की ई-कॉमर्स साइट अमेज़न पर ग्राहक बड़ी तारीफ कर रहे हैं। इस प्रॉडक्ट पर 1400+ रिव्यू हैं जिनसे इसे 4.2/5 की रेटिंग मिली है। एक ग्राहक ने लिखा कि ‘इस प्रोडक्ट के 3 हफ्ते के इस्तेमाल से मेरी मां के शुगर लेवल में भारी गिरावट आई है।’
वहीं दूसरे उपभोक्ता ने कहा ‘एक बोतल एक महीने तक चली। यह मेटफॉर्मिन टैबलेट की तुलना में ज्यादा महंगी है। हालांकि ये एक आयुर्वेदिक औषधी है जिसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है।’
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