चंडीगढ़: देश के नए डॉन लॉरेंस बिश्नोई का कट्टर प्रतिद्वंद्वी जोगिंदर ग्योंग अब भारत लौटने की प्रक्रिया में है। फिलीपींस में बैठकर बंबीहा गैंग को नई ताकत देने की कोशिश कर रहा जोगिंदर को भारत लाने के लिए सीबीआई की टीम सक्रिय है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और हरियाणा एसटीएफ पिछले डेढ़ साल से जोगिंदर की तलाश में जुटी हुई थी। जोगिंदर ग्योंग अपराध की दुनिया में एक प्रमुख नाम है, जो 28 मामलों में वांटेड है और उसे 15 मामलों में सजा भी मिल चुकी है, जिनमें 5 हत्या के मामले शामिल हैं। उसकी भूमिका गोल्डी बरार के भाई गुरलाल बरार, विक्की मिदूखेड़ा और कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल की हत्या के मामलों में जांच के दायरे में है।
बंबीहा गैंग को मजबूत करने में जुटा जोगिंदर
जोगिंदर पिछले कुछ वर्षों से फिलीपींस में रहकर कौशल चौधरी के गैंग को मजबूत कर रहा था। कौशल चौधरी, लकी पटियाल और अमित डागर जेल में होने के कारण, जोगिंदर गैंग के लिए नए शूटरों की भर्ती कर रहा था। वह सुरेंद्र ग्यो का छोटा भाई है, जो एक समय में कौशल चौधरी का गुरु माना जाता था। सुरेंद्र को हरियाणा पुलिस ने 2017 में करनाल में एक एनकाउंटर में मार गिराया था। इसके बाद, जोगिंदर 2018 में नेपाल के रास्ते फिलीपींस भाग गया था।
सुरेंद्र की दहशत का आलम
जोगिंदर के फिलीपींस भागने से पहले उसका भाई सुरेंद्र भी विदेश भाग गया था, जिसे हरियाणा पुलिस ने 2004 में साउथ अफ्रीका से भारत लाया था। सुरेंद्र की दहशत इतनी थी कि लोग शाम होते ही घरों में बंद हो जाते थे। वह अक्सर पुलिस की वर्दी पहनकर वारदातों को अंजाम देता था। जेल में रहते हुए भी उसने सरपंच का चुनाव जीत लिया था।
जोगिंदर का सुरेंद्र से संबंध
कौशल चौधरी की अपराध की दुनिया में सुरेंद्र का बड़ा हाथ था, और जोगिंदर ने भी अपने भाई से ही इस राह पर चलना सीखा। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कमजोर होते देख, जोगिंदर को भारत लाना सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, फिलीपींस में कौशल चौधरी गैंग, लकी पटियाला, जोगिंदर ग्योंग और अर्श डाला का एक नेटवर्क तैयार हो रहा था, जिसका मुख्य उद्देश्य लॉरेंस गैंग को बड़ा झटका देना था।