शेयर मार्केट में पिछले दो ट्रेडिंग सेशन से लगातार बड़ी गिरावट हो रही है और इन दो दिनों में निफ्टी 25000 के लेवल से 24500 के लेवल पर आ गया. मंगलवार को निफ्टी 256 अंक गिरा था और उसकी क्लोज़िंग 24712 के लेवल पर हुई थी. इसके बाद बुधवार की मार्केट की छुट्टी के बाद गुरुवार को निफ्टी 212 अंक गिरा और उसकी क्लोज़िंग 24501 के लेवल पर हुई. दो दिनों में 500 अंक गिरना याने निफ्टी का ट्रेंड बैंड हो गया है. आगे भी निफ्टी में गिरावट हो सकती है.
अमेरिका द्वारा भारत से एक्सपोर्ट होने वाले प्रोडक्ट पर 50% भारी भरकम टैरिफ लगाए जाने से शेयर मार्केट के सेंटीमेंट कमज़ोर हो गए और बाज़ार में गिरावट होने लगी. पहले निफ्टी ने 24800 का सपोर्ट लेवल ब्रेक किया, फिर 24500 पर आ गया. इस सपोर्ट लेवल के भी डाउनसाइड ब्रेक होने के चांस हैं.
शेयर बाज़ार की यह गिरावट न्यूज़ ड्रिवन है. टैरिफ लगा और बाज़ार गिर गया, लेकिन टैरिफ के संबंध में भारत के लिए कोई भी सकारात्मक खबर बाज़ार को एक बार फिर ऊपर ला सकती है, लेकिन जो चार्ट पर दिख रहा है, वह बाज़ार की कमज़ोरी है.
निफ्टी में और गिरावट संभवनिफ्टी 50 इंडेक्स में 24500 के सपोर्ट लेवल से एक बाउंस आ सकता है, लेकिन यह मार्केट अब सेल ऑन राइस वाला मार्केट रह सकता है. बाज़ार जब भी ऊपर उठने की कोशिशि करेगा, उसमें सेलऑफ आ सकता है. निफ्टी के लिए 24580 के लेवल पर रजिसटेंस है. यहां पहुंचने पर निफ्टी में फिर से बिकवाली आ सकती है. कुछ दिनों के लिए ट्रेडिंग सेटअप भी सेल ऑन राइस ही रह सकता है.
अब निफ्टी में 24500 के लेवल के आसपास कंसोलिडेशन होने की संभावना है. अगर 24500 का लेवल नीचे की ओर ब्रेक होता है तो फिर निफ्टी के लिए अगला सपोर्ट लेवल 24355 का होगा. याने टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर निफ्टी में अभी 150 अंकों की और गिरावट की गुंजाइश है.
निफ्टी को ऊपर ले जाने वाले फैक्टर्स मिसिंगनिफ्टी के डेली चार्ट पर 24320-24360 का एरिया सपोर्ट दे सकता है और गिरावट में यह बाइंग ज़ोन साबित हो सकता है. निफ्टी में इस लेवल से बाइंग आने की संभावना है. कुछ सेक्टर कमज़ोर बने हुए हैं जैसे बैंकिंग, आईटी में बिकवाली हुई है. ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर में बाइंग आई है लेकिन इनमें ऊपरी लेवल से प्रॉफिट बुकिंग आ सकती है. मेटल और फार्मा भी कुछ खास ताकत नहीं दिखा रहे हैं, इसलिए निफ्टी को ऊपर ले जाने वाले फैक्टर्स फिलहाल कोई अच्छी खबर आने तक मिसिंग हैं.
अमेरिका द्वारा भारत से एक्सपोर्ट होने वाले प्रोडक्ट पर 50% भारी भरकम टैरिफ लगाए जाने से शेयर मार्केट के सेंटीमेंट कमज़ोर हो गए और बाज़ार में गिरावट होने लगी. पहले निफ्टी ने 24800 का सपोर्ट लेवल ब्रेक किया, फिर 24500 पर आ गया. इस सपोर्ट लेवल के भी डाउनसाइड ब्रेक होने के चांस हैं.
शेयर बाज़ार की यह गिरावट न्यूज़ ड्रिवन है. टैरिफ लगा और बाज़ार गिर गया, लेकिन टैरिफ के संबंध में भारत के लिए कोई भी सकारात्मक खबर बाज़ार को एक बार फिर ऊपर ला सकती है, लेकिन जो चार्ट पर दिख रहा है, वह बाज़ार की कमज़ोरी है.
निफ्टी में और गिरावट संभवनिफ्टी 50 इंडेक्स में 24500 के सपोर्ट लेवल से एक बाउंस आ सकता है, लेकिन यह मार्केट अब सेल ऑन राइस वाला मार्केट रह सकता है. बाज़ार जब भी ऊपर उठने की कोशिशि करेगा, उसमें सेलऑफ आ सकता है. निफ्टी के लिए 24580 के लेवल पर रजिसटेंस है. यहां पहुंचने पर निफ्टी में फिर से बिकवाली आ सकती है. कुछ दिनों के लिए ट्रेडिंग सेटअप भी सेल ऑन राइस ही रह सकता है.
अब निफ्टी में 24500 के लेवल के आसपास कंसोलिडेशन होने की संभावना है. अगर 24500 का लेवल नीचे की ओर ब्रेक होता है तो फिर निफ्टी के लिए अगला सपोर्ट लेवल 24355 का होगा. याने टेक्निकल एनालिसिस के आधार पर निफ्टी में अभी 150 अंकों की और गिरावट की गुंजाइश है.
निफ्टी को ऊपर ले जाने वाले फैक्टर्स मिसिंगनिफ्टी के डेली चार्ट पर 24320-24360 का एरिया सपोर्ट दे सकता है और गिरावट में यह बाइंग ज़ोन साबित हो सकता है. निफ्टी में इस लेवल से बाइंग आने की संभावना है. कुछ सेक्टर कमज़ोर बने हुए हैं जैसे बैंकिंग, आईटी में बिकवाली हुई है. ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर में बाइंग आई है लेकिन इनमें ऊपरी लेवल से प्रॉफिट बुकिंग आ सकती है. मेटल और फार्मा भी कुछ खास ताकत नहीं दिखा रहे हैं, इसलिए निफ्टी को ऊपर ले जाने वाले फैक्टर्स फिलहाल कोई अच्छी खबर आने तक मिसिंग हैं.
You may also like
पैसों के लिए बदनाम हुई बॉलीवुड की ये अभिनेत्रियां किसी ने बाप को किया लिपलॉक तो किसी ने उतार दिए कपड़े`
यहां स्पर्म डोनर लड़के बन रहे लखपति कमाई के लिए करते हैं ऐसा काम! इंडिया में मिलते हैं कितने पैसे?`
दोस्ती में कर दी हद! गाय के गोबर से बना डाला बर्थडे केक ऊपर से चॉकलेट-क्रीम डाल कर खिला भी दिया`
पुरुषों में ताकत बढ़ाने के लिए चमत्कारी है एक चुटकी हींग,पोस्ट पढ़ें और शेयर करना ना भूले`
29 अगस्त 2025 का राशिफल: जानिए किन राशियों पर रहेगा सितारों का असर