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Google I/O 2025 ने AI की दुनिया में मचाई धूम, लाइव ट्रांसलेशन से कोडिंग और म्यूजिक क्रिएशन तक की नई संभावनाएं

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Google I/O 2025 ने एक बार फिर तकनीकी दुनिया में तहलका मचा दिया है। गूगल ने इस साल के वार्षिक डेवलपमेंट सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े कई पिटारे खोलें। यह ऐलान केवल डेवलपर्स के लिए ही नहीं बल्कि आम यूजर्स के लिए भी लाभदायक साबित होंगे। इसमें लाइव ट्रांसलेशन से लेकर एजेंटिक एआई कोडिंग, म्यूजिकल क्रिएशन आदि शामिल हैं। विस्तार से जानते हैं गूगल के द्वारा किए गए प्रमुख ऐलान। गूगल I/O 2025 लेकर आया AI की नई क्रांतिगूगल I/O 2025 का आयोजन माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में 20-21 मई 2025 को हुआ। यह आयोजन पूरी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर फोकस्ड था। इसमें गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने जेमिनी के पहले से ज्यादा स्मार्ट, तेज और बहुमुखी होने के बारे में जानकारी दी। गूगल मीट, गूगल सर्च, एंड्रॉयड एक्सआर आदि में एआई के एकीकरण के साथ ही डेवलपर्स और क्रिएटर के लिए नए टूल भी पेश किए हैं। गूगल मीट में लाइव ट्रांसलेशन गूगल I/O 2025 का सबसे प्रमुख आकर्षण गूगल मीट का लाइव ट्रांसलेशन फीचर रहा। गूगल ने अपने इस नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल के बारे में बताया कि कैसे यह रियल टाइम में यूजर के द्वारा बोली गई बातों का पसंदीदा भाषा में अनुवाद करता है। अब इस फीचर की हर तरफ चर्चा हो रही है। यह भी ऐलान किया गया है कि रियल टाइम ट्रांसलेशन में अंग्रेजी और स्पेनिश के बीच बीटा वर्जन में उपलब्ध जल्द ही कई भाषाएं और जोड़ी जाएगी। यह फीचर केवल भाषा का ही नहीं बल्कि स्पीकर की आवाज, भावनाओं और टोन को भी बरकरार रखता है। गूगल वर्कस्पेस के बिजनेस यूजर्स के लिए रोल आउटऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही इस फीचर को गूगल एआई प्रो और गूगल एआई अल्ट्रा सब्सक्राइबर के लिए बीटा वर्जन में उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही गूगल वर्कस्पेस के बिजनेस यूजर्स के लिए भी इस रोल आउट करने की तैयारी की जा रही है। इन लोगों के लिए उपयोगी होगा यह नया फीचरऐसे लोग जो वैश्विक स्तर पर सहयोग करते हैं, बिजनेस मीटिंग करते हैं, इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस या क्रॉस बॉर्डर कम्युनिकेशन करते हैं, उनके लिए गूगल का यह रियल टाइम ट्रांसलेशन फीचर काफी उपयोगी होगा। एजेंटिक AI: कोडिंग से म्यूजिक क्रिएशन तकगूगल I/O 2025 में एजेंटिक एआई पर भी काफी फोकस किया गया। इसमें फ्लो और जुलेस जैसे टूल्स पेश किए गए। इससे कोडिंग और क्रिएटिव प्रक्रिया आसान बनेगी। Jules जेमिनी 2.5 प्रो पर आधारित है। जो एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पावर्ड कोडिंग एजेंट है। यह पहले आपके कोडबेस को पढ़ेगा। इसके बाद इरादों को समझने और नए फीचर्स, टेस्ट केस या बग फिक्स जनरेट करेगा। इस नये टूल से डेवलपर के लिए काफी समय बचेगा और जटिल प्रोजेक्ट को आसानी से कम समय में पूरा कर पाएगा। बात करें फ्लो एआई पावर्ड म्यूजिक और वीडियो क्रिएशन की तो यह एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल है जो म्यूजिक क्रिएशन और फिल्म मेकिंग को नया अनुभव देगा। फ्लो के जरिए यूजर्स प्रॉन्प्ट के आधार पर न केवल सीन बल्कि किरदार और डायलॉग के साथ रियलिस्टिक वीडियो बना पाएंगे। जैसा कि कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स के द्वारा किया जा रहा है। इसके अलावा यह वीडियो के साथ नेटिव ऑडियो जनरेट करता है, जिसमें कई प्रकार के म्यूजिक और किरदारों के डायलॉग भी शामिल होंगे। फ्लो में गूगल लिरिया का इस्तेमाल किया गया है। जिससे म्यूजिक ट्रैक बनाए जा सकेंगे जो सीन के अनुसार बनेंगे। ये टूल्स गूगल एआई प्रो और गूगल एआई अल्ट्रा सब्सक्राइबर्स के लिए उपलब्ध है। इनके अलावा जेमिनी 2.5, जेमिनी 2.5 फ़्लैश, एंड्राइड एक्सआर और एआई मोड जैसी तकनीक भी गूगल के पिटारे से निकली। गूगल I/O 2025 ने साबित कर दिया कि AI अब केवल भविष्य की बात नहीं, बल्कि वर्तमान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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