पिछले 12 महीनों में, अभिषेक शर्मा भारत के टी-20 टीम का एक अहम हिस्सा बन गए हैंऔर आईसीसी टी-20बैटर रैंकिंग में भी वो तेज़ी से नंबर 1 पर पहुंच गए हैं। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने भारत की एशिया कप 2025 की ज़बरदस्त जीत में अहम भूमिका निभाई थी, उन्होंने 200.00 के स्ट्राइक रेट से 314 रन बनाए थे। हालांकि, उनका सबसे बड़ा टेस्ट अभी बाकी है।
ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर अभिषेक पहली बार खेलने वाले हैं और ये उनका असली टेस्ट होगा। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने एशिया के बाहर मुश्किल हालात में सिर्फ़ एक बार खेला है और वो मैच साउथ अफ्रीका के खिलाफ थाजहां उन्होंने चार इनिंग्स में 97 रन बनाए थेऔर उनका एवरेज 25 से थोड़ा कम था। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि वो मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे गेंदबाजों के खिलाफ कैसा परफॉर्म करते हैं।
पूर्व भारतीय असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर ने भी यही कहाकि ऑस्ट्रेलियाई हालात में लंबे पेसर जोश हेज़लवुड के ख़िलाफ़ भारतीय ओपनर के लिए येएक बड़ा टेस्ट होगा।द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नायर ने कहा, येउसके लिए एक बड़ा टेस्ट होगा, खासकर हेज़लवुड के खिलाफ, जो अच्छी रिदम में है और एक्स्ट्रा बाउंस निकाल रहा है। हालांकि, मुझे लगता है कि आईपीएलऔर साउथ अफ्रीका में खेलकर उसे काफी एक्सपीरियंस हो गया है।rdquo;
Also Read: LIVE Cricket Scoreनायर ने आगे कहा, उसका (अभिषेक) माइंडसेट निडर है और वोऑस्ट्रेलिया में अपना नाम बनाना चाहेगा। येउसके लिए एक अच्छा मौका है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में इज्ज़त कमाना बहुत अच्छा लगता है। मैं उसे जितना जानता हूं, वोयहां अपना नाम बनाना चाहेगा।अगर अभिषेक शर्मा फॉर्म में हैं, तो हेज़लवुड आउट ऑफ़ फॉर्म होंगे। जिस तरह से वोबैटिंग करते हैं, वोपहली बॉल पर चौका या छक्का मारने के लिए जाने जाते हैं। अगर आप पावरप्ले में डर पैदा करते हैं, तो येपूरी इनिंग्स में बना रहता है। अभिषेक शर्मा का गेम पर यही असर है। अगर वोछह ओवर बैटिंग करते हैं, तो इंडिया 60 से 80 के बीच स्कोर करेगा। इससे उनके बैटिंग पार्टनर पर प्रेशर कम होगा, जबकि अपोज़िशन पर ये बढ़ जाएगा।rdquo;
You may also like

असम को एसआईआर से बाहर रखना भाजपा की अपने शासित राज्य को बचाने की चाल: अभिषेक बनर्जी –

शीर्ष अदालत ने न्यायपालिका में करियर ठहराव पर चिंता जताई, वरिष्ठता मानदंड तय करने के लिए सुनवाई शुरू

नई दिल्ली में एशिया प्रशांत दुर्घटना जांच समूह की 13वीं बैठक : भारत पहली बार मेजबान, सुरक्षा मानकों पर जोर –

हमारी पार्टी एसआईआर का विरोध करती है : सांसद आर. सचिदानंदन

मास्टर्स करने अमेरिका कब जाना चाहिए? भारतीय ने किया सवाल, तो विस्तार में मिला ये जवाब




