उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर से करीब 75 किलोमीटर दूर ऋषभदेव (केसरियाजी) में चातुर्मास कर रहे राष्ट्र संत पुलकसागर का 2025 का चातुर्मास उदयपुर शहर में होगा। इसकी घोषणा आचार्य ने ऋषभवेद में रविवार को जब उदयपुर से गए भक्तों ने उनके समक्ष चातुर्मास उदयपुर करने की विनती की थी।ऋषभदेव के गुरुकुल में चातुर्मासरत आचार्य पुलक सागर महाराज के समक्ष उदयपुर के सकल दिगम्बर जैन समाज,सर्वऋतु विलास ट्रस्ट, पुलक मंच के पदाधिकारियों सहित श्रावकों द्वारा आगामी वर्ष 2025 का चातुर्मास उदयपुर में करने की अपनी भावना रखी और आचार्य ने जैसे ही इसकी घोषणा की तो भक्तों ने जयकारों की गूंज लगा दी।
समाज के महावीर प्रसाद भाणावत ने बताया कि दिगम्बर जैन मंदिर सर्वऋतु विलास के मुख्य ट्रस्टी शान्तिलाल भोजन के नेतृत्व में उदयपुर में चातुर्मास करने की विनती करने के लिए यहां से करीब 200 भक्त ऋषभदेव पंहुचे जहां गुरुकुल में आचार्य को चातुर्मास के लिए श्रीफल भेंट किया।अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद फांदोत ने बताया कि जैन संत वर्षा योग में चार माह एक ही स्थान पर रह कर चातुर्मास करते है और पूर्व में महाराज का वर्ष 2008 में मुनि अवस्था में उदयपुर में ऐतिहासिक चातुर्मास हुआ था।फांदोत ने बताया कि अब वे आचार्य पद पर होने के बाद उदयपर में उनकी चातुर्मास की सबकी भावना है और इसी के तहत वर्ष 2025 का चातुर्मास उदयपुर में हो इसके लिए सकल दिगम्बर जैन समाज उदयपुर ने उनके समक्ष श्रीफल भेंट किया।
इस दौरान दिगम्बर जैन समाज के शांतिलाल भोजन, गेंदालाल फांदोत, श्रीपाल धर्मावत, अशोक शाह, शान्तिलाल मानोत, बसंतीलाल कंठालिया, विनोद फांदोत, नीलकमल अजमेरा, सुशील चितौड़ा, अंजना गंगवाल, वन्दना लोलावत, उषा भाणावत, पुष्पा फांदोत के साथ समाज के वरिष्ठ सदस्य, नवयुवक मंडल, महिला मंडल के पदाधिकारी आदि मौजूद थे।
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