घटना की शुरुआत तब हुई जब वार्ड 39 और 40 के निवासी, 48 घंटे से अनियमित जलापूर्ति की शिकायत लेकर पार्षद मनीष टेलर के नेतृत्व में जलदाय विभाग पहुंचे। सहायक अभियंता राजेश कुमार गुर्जर से बातचीत के दौरान, कार्यालय की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नंदू देवी वहां आई और बातचीत में हस्तक्षेप करते हुए पार्षद से अप्रिय तरीके से बात करने लगी। उसने पार्षद से कहा, "पानी होगा तो ही मिलेगा ना। यहां पंचायती मत करो, तेरे जैसे पार्षद बहुत आते हैं यहां पर।" इस टिप्पणी से क्षेत्रवासी आक्रोशित हो गए और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साथ तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने भी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को लेकर नाराजगी जताई। इस बीच सहायक अभियंता राजेश कुमार गुर्जर का घेराव कर क्षेत्रवासियों ने जलापूर्ति की अनियमितता पर सवाल उठाए और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की अभद्रता का मुद्दा प्रमुख हो गया। पार्षद मनीष टेलर ने भी सहायक अभियंता से कड़ी कार्रवाई की मांग की, जिसके परिणामस्वरूप दोनों के बीच तीखी बहस हुई। क्षेत्रवासियों ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के निलंबन की मांग की, और सहायक अभियंता ने उच्चाधिकारियों को कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
पार्षद मनीष टेलर ने बताया कि क्षेत्र में 48 घंटे से जलापूर्ति की जा रही है, लेकिन यह भी अनियमित है। उमस के इस मौसम में लोग पानी के लिए परेशान हैं। क्षेत्र की निवासी मोना ने बताया कि अनियमित जलापूर्ति के कारण इलाके की महिलाएं अत्यधिक परेशानी झेल रही हैं। इस मौके पर गजेन्द्र साहू, सुनीता सोनी, सीता मालाकार, बसंती शर्मा, रेखा झालीवाल, मुन्नी साहू, अम्बिका गर्ग, राम सोनी, बसंत शर्मा, मुकेश इंदौरा, हेमराज और तरुण शर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।