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सफाई कर्मचारी से हर महीने लेते थे 10 हज़ार की घूस, ACB ने उदयपुर नगर निगम के दो कर्मचारियों को किया ट्रैप

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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए उदयपुर नगर निगम के स्वास्थ्य प्रभारी कमलेश चनाल को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। 8 हजार. इसके साथ ही नगर निगम में जमादार के पद पर कार्यरत अनिल को भी गिरफ्तार किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई एसीबी द्वारा की गई। मुख्यालय के निर्देश पर उदयपुर की स्पेशल यूनिट द्वारा इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।

एसीबी के पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि 1 अप्रेल 2025 को शिकायत प्राप्त हुई थी। परिवादी उदयपुर नगर निगम में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत है। जून 2024 में एक दुर्घटना के कारण उनके हाथ में चोट लग गई, जिसके कारण उन्हें फावड़े से नाली साफ करने में परेशानी हो रही थी।

उन्होंने जमादार अनिल से एक उपयुक्त नौकरी मांगी थी। इसके बाद अनिल ने उसे स्वास्थ्य प्रभारी कमलेश से मिलवाया। कमलेश ने उसे दो महीने के लिए फावड़ा चलाने के काम से हटाकर पर्यवेक्षण कार्य पर लगा दिया।

अनुकूल कार्य परमिट के बदले रिश्वत की मांग करना
लेकिन इस सुविधा के बदले कमलेश ने परिवादी से 10 हजार रुपए प्रतिमाह रिश्वत की मांग की। इस तरह दो माह तक कुल 20 हजार रुपए की मांग कर उसे मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा था। लगातार दबाव के बाद शिकायतकर्ता ने एसीबी से संपर्क किया। संपर्क किया और पूरी जानकारी साझा की। शिकायत की सत्यता की पुष्टि होने के बाद जाल बिछाने की योजना बनाई गई।

कार्यालय में 8,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया
इस योजना के तहत आज एसीबी द्वारा पुलिस उप महानिरीक्षक, उदयपुर रेंज, श्री राजेन्द्र प्रसाद गोयल के पर्यवेक्षण में ए.सी.बी. स्पेशल यूनिट उदयपुर ने की कार्रवाई। आरोपी कमलेश चनाल को सेक्टर नंबर 09 स्थित कार्यालय में 8,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया।

साथ ही आरोपी अनिल को भी गिरफ्तार किया गया, जिसने शिकायतकर्ता को रिश्वत देने के लिए उकसाया था। एसीबी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव की निगरानी में दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और विस्तृत जांच कर रही है।

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