जयपुर । अरब सागर में बना डिप्रेशन सिस्टम शनिवार को कमजोर हो गया, जिससे राजस्थान में बारिश का दौर लगभग थम गया है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में आसमान साफ रहा और धूप निकलने से दिन के तापमान में सात डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई। बाड़मेर में शनिवार को अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री सेल्सियस मापा गया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अब प्रदेश में तीन नवंबर से मौसम एक बार फिर करवट लेगा। एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिसके असर से जयपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर, भरतपुर और जोधपुर संभाग के जिलों में तीन और चार नवंबर को बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसी को लेकर मौसम विभाग ने 17 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को कोटा, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, टोंक, अजमेर, बारां, करौली, दौसा, अलवर और भीलवाड़ा में दिन का तापमान पांच डिग्री तक बढ़ा, जबकि सिरोही में तापमान 7.8 डिग्री बढ़कर 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सुबह के समय अलवर, बूंदी और कोटा समेत कई जिलों में कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी कम रही।
मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर में बना अवदाब (डिप्रेशन) अब वेल मार्क लो प्रेशर एरिया में बदल गया है। फिलहाल उदयपुर और कोटा संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है, जबकि बाकी जगह मौसम शुष्क रहेगा। बादलों की आंशिक मौजूदगी से दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी संभव है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार नवंबर का महीना सामान्य से अधिक ठंडा रहने वाला है। ला-नीना और पश्चिमी विक्षोभ के असर से इस साल नवंबर में दिन का तापमान पिछले कई वर्षों की तुलना में कम रहने का अनुमान है, जबकि रातें अपेक्षाकृत कम सर्द रहेंगी। मानसून के बाद हुई बारिश, बादल और हवा में बढ़ी नमी को इसका मुख्य कारण बताया गया है।
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